यूपी के 75 जिलों में कराई गई रेंटिंग में लगातार दूसरी बार टॉप 5 में रहा बरेली

मैटरनल डेथ रेट, प्रेग्नेंसी रेट, निर्माण, एनआरएचएम बजट खर्च पर बनी रिपोर्ट

<यूपी के 7भ् जिलों में कराई गई रेंटिंग में लगातार दूसरी बार टॉप भ् में रहा बरेली

मैटरनल डेथ रेट, प्रेग्नेंसी रेट, निर्माण, एनआरएचएम बजट खर्च पर बनी रिपोर्ट

BAREILLY:

BAREILLY:

स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतर परफॉर्मेस देने के मामले में बरेली ने प्रदेश भर के 73 जिलों को पछाड़ दिया है।

जननी सुरक्षा, प्रसूताओं की देखभाल, स्वस्थ व सुरक्षित डिलीवरी, एनआरएचएम के तहत बजट खर्च और मरीजों के लिए बेहतर इलाज के लिए शुरू हुए तमाम प्रोजेक्ट्स पर की गई मॉनीटरिंग में बरेली को कुल 75 जिलों में सेकेंड रैंक मिली है। स्वास्थ्य निदेशालय ने अक्टूबर से दिसंबर 2015 का सभी 75 जिलों की मॉनीटरिंग रिपोर्ट के बाद लिस्ट जारी की है। बरेली से ऊपर पहले नम्बर पर फिरोजाबाद है। खास बात यह रही कि फाइनेंशियल ईयर 2015-16 में लगातार दूसरी बार यह मौका रहा जब बरेली टॉप फाइव में रहा है। इससे पहले जुलाई-सितंबर की लिस्ट में बरेली थर्ड प्लेस पर रहा था। जबकि पहली क्वार्टली रिपोर्ट में बरेली की पोजीशन 6वीं थी।

मंडल के अन्य जिले पिछड़े

हेल्थ मैनेजमेंट इनफॉर्मेशन सिस्टम, एचएमआईएस की डाटा रिपोर्ट में सूबे में 5 बेस्ट जिलों को ग्रीन कटेगरी दी गई है। इनमें फिरोजाबाद फ‌र्स्ट, बरेली सेकेंड, हरदोई थर्ड, मऊनाथ भंजन फोर्थ और ललितपुर फिफ्थ रहा। वहीं स्वास्थ्य सेवाओं को लागू करने व सरकारी बजट का इस्तेमाल करने में फिसड्डी रहे आखिरी के पांच पुअर जिलों को रेड कटेगरी में रखा गया है। इनमें 71वें पर काशीरामनगर, 72वें बहराइच, 73वें कानपुर देहात, 74वें कुशीनगर और 75वें स्थान पर चंदौली जिला रहा। लिस्ट में बरेली मंडल के अन्य तीन जिले बदायूं <स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतर परफॉर्मेस देने के मामले में बरेली ने प्रदेश भर के 7फ् जिलों को पछाड़ दिया है।

जननी सुरक्षा, प्रसूताओं की देखभाल, स्वस्थ व सुरक्षित डिलीवरी, एनआरएचएम के तहत बजट खर्च और मरीजों के लिए बेहतर इलाज के लिए शुरू हुए तमाम प्रोजेक्ट्स पर की गई मॉनीटरिंग में बरेली को कुल 7भ् जिलों में सेकेंड रैंक मिली है। स्वास्थ्य निदेशालय ने अक्टूबर से दिसंबर ख्0क्भ् का सभी 7भ् जिलों की मॉनीटरिंग रिपोर्ट के बाद लिस्ट जारी की है। बरेली से ऊपर पहले नम्बर पर फिरोजाबाद है। खास बात यह रही कि फाइनेंशियल ईयर ख्0क्भ्-क्म् में लगातार दूसरी बार यह मौका रहा जब बरेली टॉप फाइव में रहा है। इससे पहले जुलाई-सितंबर की लिस्ट में बरेली थर्ड प्लेस पर रहा था। जबकि पहली क्वार्टली रिपोर्ट में बरेली की पोजीशन म्वीं थी।

मंडल के अन्य जिले पिछड़े

हेल्थ मैनेजमेंट इनफॉर्मेशन सिस्टम, एचएमआईएस की डाटा रिपोर्ट में सूबे में भ् बेस्ट जिलों को ग्रीन कटेगरी दी गई है। इनमें फिरोजाबाद फ‌र्स्ट, बरेली सेकेंड, हरदोई थर्ड, मऊनाथ भंजन फोर्थ और ललितपुर फिफ्थ रहा। वहीं स्वास्थ्य सेवाओं को लागू करने व सरकारी बजट का इस्तेमाल करने में फिसड्डी रहे आखिरी के पांच पुअर जिलों को रेड कटेगरी में रखा गया है। इनमें 7क्वें पर काशीरामनगर, 7ख्वें बहराइच, 7फ्वें कानपुर देहात, 7ब्वें कुशीनगर और 7भ्वें स्थान पर चंदौली जिला रहा। लिस्ट में बरेली मंडल के अन्य तीन जिले बदायूं ((48<ब्8)), शाहजहांपुर (ब्9)और पीलीभीत (भ्0)भी बुरी तरह पिछड़े। वहीं सूबे की राजधानी लखनऊ का हाल सबसे बुरा रहा। लखनऊ को लिस्ट में म्0वीं पोजीशन मिली।

बजट पर मिलेगी खास तवज्जो

डिलीवरी के दौरान प्रसूताओं की मृत्यु दर में कमी, संस्थागत प्रसव में बढ़ोतरी, जारी किए गए बजट के मुताबिक काम होने, निर्माणकार्यो पर तय बजट पर हुआ खर्च और नेशनल अर्बन हेल्थ मिशन के तहत दिए गए बजट को खर्च करने में बरेली के इस बार भी आगे रहने से यहां के मरीजों को बड़ा फायदा मिलेगा। सीएमओ डॉ। विजय यादव के मुताबिक प्रोग्रेस रिपोर्ट में लगातार अच्छा करने से सरकार की ओर से बरेली की योजनाओं के लिए जारी किए बजट की रकम बीच में किसी भी वजह से रोकी न जाएगी। वहीं बरेली की ओर से स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए भेजे गए प्रस्तावों पर अन्य जिलों के मुकाबले प्रियॉरिटी दी जाएगी।

-----------------------