-पुलिस की जांच में एक्सीडेंट के दो दिन बाद आरोपी की कार का इंश्योरेंस कराने का मामला आया सामने

-अब पुलिस इंश्योरेंस वाली कार और थाने में खड़ी कार के चेचिस नंबर का करेगी मिलान

BAREILLY: प्रेमनगर थाना अंतर्गत कोहाड़ापीर में डेलापीर चौकी इंचार्ज को टक्कर मारने वाली कार का थाने में जब्ती के दौरान ही इंश्योरेंस हो गया। बिना नंबर की कार के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई के मूड में थी, लेकिन मालिक ने उसका बीमा पेश कर दिया तो पुलिस की मंशा धरी रह गई। पुलिस की जांच में कार मालिक के नाम पर एक्सीडेंट के दो दिन बाद कार का दिल्ली से इंश्योरेंस होना सामने आया है। अब पुलिस चेचिस नंबर से पता लगाने में जुट गई है कि क्या जिस कार का इंश्योरेंस दो दिन बाद हुआ है वह वही कार है, जो एक्सीडेंट के बाद थाने में सीज खड़ी हुई है।

25 अप्रैल को हुआ था एक्सीडेंट

बता दें कि 25 अप्रैल की रात में करीब 1 बजे कोतवाली से एसएसपी के अर्दली रूम से लौटते वक्त तेज रफ्तार बिना नंबर की स्विफ्ट कार ने कोहाड़ापीर के पास बाइक में टक्कर मार दी थी। टक्कर मारने के बाद पुलिस ने सीबीगंज के पास बड़ी मुश्किल से कार पकड़कर सीज कर दी थी और दो लोगों मग्गो और निशांत को गिरफ्तार कर लिया था। मामले की जांच एसआई मनोहर सिंह को दी गई थी।

अतुल गुप्ता के नाम हुआ इंश्योरेंस

जांच में पाया गया कि जिस कार से एक्सीडेंट हुआ है वह कार गांधी नगर दिल्ली निवासी अतुल गुप्ता के नाम रजिस्टर्ड है। पुलिस की जांच में आया कि दो दिन बाद 27 अप्रैल को दिल्ली से न्यू इंश्योरेंस इंडिया कंपनी से अतुल के नाम से कार का बीमा हुआ है। जब एसआई जांच के लिए कंपनी के आफिस दिल्ली पहुंचे तो बताया गया कि बिना गाड़ी कंपनी आए इंश्योरेंस हो नहीं सकता है। जिसके बाद पुलिस ने कार का नंबर और चेचिस नंबर ले लिया । बरेली वापस लौटने पर पुलिस ने सीज कार के चेचिस नंबर से मिलान की कोशिश की लेकिन गाड़ी एक्सीडेंट के चलते नहीं खुल सकी। अब पुलिस मिस्त्री को बुलाकर गाड़ी खुलवाएगी और चेचिस नंबर का मिलान करेगी जिसके बाद पूरे खेल से पर्दा उठ जाएगा कि क्या वहीं गाड़ी का इंश्योरेंस दो दिन बाद हुआ जिससे एक्सीडेंट हुआ था।