- काउंटर बंद होने से समय पर नहीं जमा हो पाता है बिजली बिल

BAREILLY:

बिजली वि5ाग को अ1सर इस बात की शिकायत रहती है कि उप5ाोक्ता समय पर बिजली बिल का 5ाुगतान नहीं करते हैं। पर सच तो यह है कि बिल 5ाुगतान में उसके कर्मचारी ही सबसे बड़ा अड़ंगा बने हुए हैं। उप5ाोक्ता जब बिल जमा करने जाते हैं, तो बिल काउंटर बंद रहते हैं। या फिर कर्मचारी कुर्सी से गायब रहते हैं। ऐसे में प4िलक को बिना बिल जमा किए वापस लौटना पड़ता है। फिर व्यस्तता की आपाधापी में समय से बिल न जमा होने पर उप5ाोक्ताओं को पेनाल्टी की मार सहनी पड़ती है।

काउंटर बंद कर्मचारी गायब

दैनिक जागरण आईने1स्ट ने ट्यूजडे को बिजली बिल कले1शन सेंटर्स का रियलिटी चेक किया। सबसे पहले हम सर्किट हाउस बिजली वि5ाग के ऑफिस पहुंचे। जहां पर सेंटर 2ाुला तो था, लेकिन काउंटर पर कोई कर्मचारी मौजूद नहीं था। उप5ाोक्ता बिल जमा करने आ रहे थे और काउंटर पर किसी कर्मचारी न दे2ा वापस घर लौट जा रहे थे। इसके बाद हम चौपुला चौराहे के पास 2ाुले बिलिंग सेंटर पर पहुंचे। जहां पर दोनों ही काउंटर बंद मिला।

काउंटर के बगल में ही मोबाइल वैन

हालांकि, बगल में ही बिजली वि5ाग का मोबाइल वैन लगा हुआ था। जहां पर कुछ उप5ाोक्ता बिजली बिल जमा करने में बिजी थी। पर सवाल यह उठता है कि जहां पर बिजली बिल कले1शन सेंटर बना हुआ है, वहां पर मोबाइल वैन को लगाने की 1या जरूरत हैं। मोबाइल वैन को इस उद्देश्य से लगाया गया है। ताकि जहां पर सेंटर और वि5ाग का ऑफिस दूर हैं, वहां पर मोबाइल को 5ोज कर बिल कले1ट कर सकें।

24 सेंटर बनाए गए हैं

शहर में बिजली वि5ाग को चार 2ांड में बांटा गया है। एक 2ांड में 6-6 बिजली बिल कले1शन सेंटर्स 2ाोले गए हैं। इसके अलावा वि5ाग के जहां 5ाी ऑफिस बने हुए हैं, वहां 5ाी बिल जमा करने की सुविधा हैं। ताकि, लोग आसानी से अपने घर के नजदीक सेंटर पर जाकर बिल जमा कर सकें, लेकिन कर्मचारियों को नदारद रहने के वजह से उप5ाोक्ता बिजली बिल समय पर जमा नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में, उन्हें बकाए बिजली बिल पर बेवजह पेनाल्टी देनी पड़ती है।

अ1सर बिजली बिल कले1शन सेंटर बंद रहता हैं। अगर कहीं 2ाुला 5ाी रहता है, तो कर्मचारी सीट से गायब रहते हैं। चार दिन चक्कर लगाने के बाद आज मोबाइल वैन लगा था, तो बिजली बिल किसी तरह जमा हो सका।

डीपी सिंह, सु5ाषनगर

बिजली बिल कले1शन सेंटर जहां पर बना हैं, वहां पर मोबाइल वैन वाले की ड्यूटी लगाने की 1या जरूरी हैं। इसका इस्तेमाल कहीं और 5ाी किया जा सकता है। जिससे अधिक से अधिक उप5ाोक्ताओं को सुविधा मिल सके।

राजेश कुमार, मढ़ीनाथ