-चाइल्ड हेल्प लाइन ने बिना टेस्ट से बच्चा लेने से किया इनकार

-एक शक्श ने बच्चा मिलने पर चाइल्ड हेल्प लाइन को किया था

बरेली: सरकार ने परिजनों से बिछडऩे वाले बच्चो क़ो परिजनों से मिलवाने के लिए चाईल्ड हेल्पलाइन बना रखी है़, लेकिन गांव में भटक रहे बच्चे को चाइल्ड हेल्पलाइन ने सैटरडे को लेने से मना किया। बच्चे को न लेने की वजह कोरोना टेस्ट ना करना रहा है, चाइल्ड हेल्पलाइन ने बिना टेस्ट कराए बच्चा लेने से इंकार कर दिया। पुलिस ने भी चाइल्ड हेल्पलाइन से बच्चा साथ लेने जाने को कहा लेकिन बात नहीं बनी, जिसकी वजह से 10 साल के मासूम को पूरी रात थाने में बितानी पड़ेगी। एसएसपी ने मामले में संज्ञान लेते हुए सुबह बच्चे का टेस्ट कराकर उसे चाइल्ड हेल्प लाइन के सुपुर्द करने की बात कही है,

परिजनों से बिछड़ गया था

बिथरीचैनपुर के गांव परातासपुर में पुल के पास एक 10 वर्षीय बच्चा घूम रहा था। ग्रामीणों ने बच्चे से पूछा तो उसने अपना नाम दिवा बताया। बच्चे ने बताया कि वह भोपाल का रहने वाला है। वह चाचा चाची के साथ आया था, जहां से वह बिछुड़ गया। इस पर गांव के रोजगार सेवक अवधेश यादव ने चाईल्ड हेल्प लाईन पर सूचना देनी चाही, लेकिन संपर्क नही हो सका। इसके बाद अवधेश यादव बच्चे को थाने लेकर पहुंचे। यहां मौजूद एसएसआई राकेश सिंह ने चाईल्ड हेल्पलाइन पर सूचना दी। चाईल्ड हेल्पलाईन प्रभारी कुसुम ने कोरोना टेस्टिंग के बिना बच्चा लेने से मना कर दिया। कुसुम ने बताया उनके यहां पहले से दो बच्चे है, इसलिए बिना कोरोना टेस्टिंग के बच्चे क़ो नही रख सकते है।

गाइडलाइन का दिया हवाला

एसएसआई राकेश ने बताया कि जब उन्होंने बच्चे को ले जाने की बात कही तो उन्हें साफ कहा गया कि कोरोना की गाइडलाइन है, जिसके चलते हम बिना टेस्ट के बच्चा नहीं ले सकते, उन्होंने कहा कि वह इसकी रिकॉर्डिंग कर रहे है और अधिकारियों से इसकी शिकायत करेंगे तो कहा गया कि चाहे जहां शिकायत करे वह बिना टेस्ट के बच्चे को नहीं लेंगे, जिसके बाद मजबूरन उन्हें बच्चे को थाने में ही रोकना पड़ा, अब संडे को बच्चे का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा, ऐसे में वजह चाहे जो भी एक मासूम को बिना वजह रात थाने में गुजारनी होगी, पुलिस उसके परिजनों की भी तलाश में जुट गई है ताकि बच्चे को उनके सुपुर्द किया जा सके

आरोपियों का पुलिस कराती है टेस्ट

जब से कोरोना चला है तबसे लोगो को कई दिक्कतें हो रही है, लगातार पुलिसकर्मी और बंदी पॉजिटिव हो रहे है, जिसके चलते पुलिस अब प्रत्येक आरोपी का जेल भेजने से पहले कोरोना टेस्ट करा रही है, रिपोर्ट के आधार पर बंदी को जेल में अलग सेल में रखा जाता है, सिर्फ शांति भंग के मामले में टेस्ट नहीं कराया जा रहा है,

बच्चा लावारिश हालात में मिला था, चाइल्ड हेल्प लाइन ने बिना कोरोना जांच बच्चा लेने से इंकार कर दिया, सुबह बच्चे का टेस्ट कराया जाएगा, उसके बाद उसे चाइल्ड लाइन के सामने पेश किया जाएगा

रोहित सजवान, एसएसपी बरेली