आवासीय भवनों पर लगा दिया कॉमर्शियल रेट पर टैक्स, करदाता परेशान

BAREILLY:

नगर निगम एक ओर जहां करदाताओं के टैक्स न देने पर उन्हें गैर जिम्मेदार करार दे रहा। वहीं दूसरी ओर गलत बिलिंग बनाकर टैक्स जमा करने वाले करदाताओं को ही बेवजह दौड़ा रहा। निगम के टैक्स विभाग ने कई करदाताओं को आवासीय भवन पर कॉमर्शियल टैक्स पर रेट लगाकर बिल पकड़ा दिए हैं। इन भवनों के एक हिस्से में ही दुकान या ऑफिस खुला होने के बावजूद विभाग की ओर से पूरे भवन के कारपेट एरिया पर ही कॉमर्शियल रेट पर टैक्स लगा दिया। इससे परेशान होकर वेडनसडे को करदाता नगर निगम में मेयर डॉ। आईएस तोमर से मिले और बिल सही कराने की गुहार लगाई।

काम करा थमाया गलत बिल

आईवीआरआई रोड में भुवनेन्द्र कुमार सारस्वत के भवन में शंकर लाल शर्मा का इंटीरियर डेकोरेशन का ऑफिस है। निगम ने 200 स्क्वॉयर फीट के ऑफिस की जगह पूरे भवन पर ही कॉमर्शियल टैक्स लगा कर बिल थमा दिया। पीडि़त सही बिल कराने को निगम के चक्कर काट रहा। पीडि़त करदाता नगर आयुक्त शीलधर यादव के ऑफिस का इंटीरियर डिजायन कर चुका है। लेकिन नगर आयुक्त का काम करने के बावजूद उसे निगम से राहत नहीं मिल रही। दूसरा मामला सिविल लाइंस में सर्किट हाउस चौराहा के पास स्थित योगेन्द्र आर्किटेक्ट का है। इनके भवन के बेसमेंट में बुटिक खुला हुआ है। लेकिन निगम ने पूरे भवन पर ही कॉमर्शियल टैक्स लगा 8 लाख का बकाया बिल थमा दिया। परेशान करदाता ने सही बिल के लिए मेयर से मदद मांगी।