- ग्राम पंचायत चुनाव की तैयारियों में खामियों का भंडार

- मतदान केंद्र और मतदान स्थल एक-दूसरे से नहीं कर रहे मैच

BAREILLY:

आपका बहुमूल्य वोट आपके उम्मीदवार के खाते में न जाकर किसी रद्दी टोकरी में जा सकता है। ग्राम पंचायत चुनाव को लेकर जिस तरह से तैयारियां चल रही है वह काफी चौंकाने वाली है। एक के बाद एक खामियों से घिरा रहने वाला इलेक्शन विभाग अब एक और नई गड़बड़ी कर बैठा है। यह गड़बड़ी कोई सामान्य नहीं है बल्कि वोटर्स के वोट को ही रिजेक्ट करने वाली है। एक ही मतदान केंद्र के मतदान स्थल को कर्मचारियों ने किसी और केंद्र में शामिल कर दिया है। जो कि काउंटिंग के वक्त आपके बहुमूल्य वोट को कूड़ेदान में डालने के लिए काफी है।

दूसरे केंद्र में शामिल कर दिया मतदान स्थल

मतदान स्थल का नाम अपने-अपने केंद्र पर ही रहने की बजाय दूसरे केंद्र में शामिल कर दिया है। जैसे किसी केंद्र पर पांच मतदान स्थल बने है तो, उनमें से दो मतदान स्थल को कर्मचारियों ने किसी दूसरे केंद्र पर कागजों में दर्शा दिया है। यह गड़बड़ी किसी एक ग्राम पंचायत में नहीं हुई है। बल्कि, ऐसी खामियां डिस्ट्रिक्ट के 154 ग्राम पंचायतों में पाई गई हैं। इस बात का खुलाया बीएलओ की 1193 ग्राम पंचायतों की सौंपी गयी रिपोर्ट के में हुआ है।

निल हो सकता है आपका वोट

दरअसल, यह एक ऐसी गड़बड़ी है जो कि वोटर्स के कीमती वोटर को रद्दी खाने में डाल सकती है। क्योंकि काउंटिंग के वक्त मतदान केंद्र से संबंधित मतदान स्थल पर पड़े वोट की गिनती सीरिज वाइज की जाती है। यदि उस समय मतदान केंद्र के अंतर्गत आने वाले मतदान स्थल एक दूसरे से मैच नहीं किए तो वोट का रिजेक्ट होना तय है। काउंटिंग के वक्त कर्मचारियों के पास इतना समय नहीं होता है कि वह मौके पर ही केंद्र और स्थल का एक-दूसरे से मिलान करें। इतना ही नहीं उम्मीदवारों की तरफ से मौजूद अभिकर्ता भी ऐसे वोट फर्जी होने के डर से वोट को रिजेक्ट किए जाने के पक्ष में होते हैं।

पंचायत चुनाव का खामियों से वास्ता

ग्राम पंचायत चुनाव की चल रही तैयारियों में गड़बडि़यों का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसके पहले ड्यूटी में लगे कर्मचारी लापरवाहियों की लंबी कतार लगा चुके हैं। वोटर्स के जेंडर का जिक्र न करना, आबादी से अधिक वोटर्स, 270 ग्राम पंचायतों में वोटर्स का परसेंटेज मानक से कही अधिक कर देना। जैसी तमाम कामियां उजागर हुई है। अब मतदान स्थल को लेकर की गयी गड़बडि़यां वोटर के वोट को ही रद्द करने पर तुली हुई हैं।

वोटर लिस्ट में जो भी खामियां मिल रही है उसमें सुधार किया जा रहा है। मतदान केंद्र और मतदान स्थल का एक दूसरे से मेल न खाना डाटा के मिलान में सामने आया है।

अभिजीत मुखर्जी, असिस्टेंट डिस्ट्रिक्ट इलेक्टोरल ऑफिसर