-चौपुला चौराहे पर इंजीनियर को झांसा देकर उड़ाए एक लाख और जरूरी कागजात

-बोनट पर मोबिल ऑयल डालकर दिया इंजीनियर को झांसा, पुलिस ने की जांच

BAREILLY:

आप निजी वाहन से कहीं जा रहे हैं और रास्ते में कोई रुकने का इशार कर बताए कि उसके वाहन की बोनट से मोबिल ऑयल रिस रहा है, तो सोच समझ कर ही रुकें। शहर में टप्पेबाजों का एक गिरोह काफी दिनों से सक्रिय है, जो कुछ ऐसी ही बातों में ध्यान भटकाकर वाहन से कीमती सामान उड़ा दे रहा है। चौपुला चौराहे पर मंडे को पीडब्ल्यूडी के एक इंजीनियर ऐसी ही घटना का शिकार हुए। टप्पेबाज ने उनकी कार से एक लाख रुपए और जरूरी कागजात उड़ा दिए।

बोनट पर डाला मोबिल ऑयल

ग्रीन पार्क निवासी पीडब्ल्यूडी इंजीनियर वीरेंद्र कुमार सिंह कार से सिटी स्टेशन से घर जा रहे थे। चौपुला चौराहा स्थित पुलिस लाइन के पास पहुंचे थे, कि गाड़ी के सामने आकर एक युवक ने चिल्लाते हुए बताया कि गाड़ी से मोबिल ऑयल रिस रहा है। इसके बाद उन्होंने अपनी कार को रोक दिया। वह तुरंत कार से बाहर निकले और देखा कि बोनट पर ऑयल बिखरा हुआ है। जबकि ऑयल रिसने की बात कहने वाला युवक कुछ दूरी पर खड़ा हो गया। वीरेंद्र ने गाड़ी वहीं खड़ी कर दी और ऑटोपा‌र्ट्स सर्विस शॉप पर मैकेनिक बुलाने चले गए।

मौका पाते ही उड़ाया सूटकेस

वीरेन्द्र कार छोड़कर मैकेनिक बुलाने गए। इस बीच मौका पाकर टप्पेबाज ने उनकी कार से दो सूटकेस उड़ा दिया लेकिन वीरेंद्र को इसकी भनक तक नहीं लगी। मकैनिक ने कार के इंजन की जांच की तो पता चला कि कोई खराबी ही नहीं है और मोबिल ऑयल भी कहीं से नहीं रिस रहा है। तब तक वीरेंद्र माजरा समझ गए। उन्होंने पीछे की सीट पर रखे सूटकेस को देखा तो दोनों सूट केस गायब थे,लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। टप्पेबाज भाग चुका था। वीरेंद्र ने बताया कि सूटकेस में एक लाख रुपए, दो बैकों के चेक और पासपोर्ट के अलावा जरूरी कागजात दूसरे सूटकेस में कपड़े थे। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच की। पुलिस ने अन्य चौराहों की पिकेट ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को भी सूचना दी लेकिन टप्पेबाज का कहीं कुछ पता नहीं चला।