- कंडक्टर दर्ज नहीं कराते बसों के अप-डाउन की डिटेल

- पैसेंजर्स को बसों के बारे में नहीं मिल पाती है जानकारी

>BAREILLY: पैसेंजर्स की सुविधा के लिए परिवहन निगम बरेली परिक्षेत्र के दोनों ही बस स्टेशन पर इंक्वॉयरी काउंटर से पैसेंजर्स को कोई बेनिफिट नहीं हो रहा है। दरअसल, बस स्टॉफ बसों के अप-डाउन की जानकारी इंक्वॉयरी काउंटर पर दर्ज नहीं करा रहे हैं। बस स्टेशन पर बस कब आई और चली इसका पता न तो काउंटर्स पर तैनात कर्मचारियों को होता है और न उसका अनाउंस हो पा रहा है। ऐसे में पैसेंजर जब बसों के बारे में पूछताछ करते हैं, तो उन्हें इंक्वॉयरी काउंटर से बसों के बारे में प्रॉपर जानकारी ही नहीं मिल पाती है। जिसकी वजह से उनकी बसें मिस हो जाती हैं।

500 बसों का है स्टॉपेज

बरेली, बदायूं, पीलीभीत और शाहजहांपुर डिपो मिला कर परिवहन निगम में बसों की संख्या 500 के करीब है। इसके अलावा जयपुर, उत्तराखंड, मथुरा, आगरा सहित अन्य डिपो की बसों का स्टॉपेज भी नॉवेल्टी और सेटेलाइट बस स्टेशन पर है। नियमत: बस स्टेशन पर बसों के एंट्री और एक्सिट होने की जानकारी कंडक्टर को इंक्वॉयरी काउंटर पर दर्ज करानी होती है। ताकि, जब भी कोई पैसेंजर्स बसों के बारे में इंक्वॉयरी करें, तो उसे बसों के बारे में सही जानकारी मिल सके कि रिलेटेड बस कब आ रही है और उसका बस स्टेशन से छुटने का टाइम क्या है। ताकि वह बस को पकड़ सके। लेकिन, कंडक्टर बसों की आने-जाने का समय रजिस्टर में दर्ज नहीं करा रहे हैं।

ढाई बजे तक मात्र 58 बसें की एंट्री

इंक्वॉयरी काउंटर पर बसों का टाइम टेबल दर्ज करने के लिए दो रजिस्टर मेंटेन किए जाते है। एक बाहर से अपनी वाली बसों और दूसरा रजिस्टर बरेली की बसों का है। फ्राइडे को जब सच्चाई जानने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम पहुंची तो दोपहर ढाई बजे तक नॉवेल्टी बस स्टेशन के इंक्वॉयरी काउंटर पर मात्र 58 बसों के ही टाइम टेबल दर्ज थे। इनमें से 22 बसों अदर डिपो के और 36 बसें बरेली डिपो की शामिल थी। जबकि, हकीकत इससे इतर है। दोपहर ढाई बजे तक कम से कम 150 से अधिक बसें बस स्टेशन पर आकर जा चुकी थी।

हेल्प लाइन नंबर

नॉवेल्टी बस स्टेशन - 9758869300

सेटेलाइट बस स्टेशन - 9758879300

बसों की जानकारी रजिस्टर में दर्ज कराना आवश्यक है। बस के स्टॉफ ऐसा नहीं कर रहे है, तो उनके इस बात का सख्त निर्देश दिया जाएगा कि वह बसों की टाइमिंग दर्ज कराएं। फिर भी कोई लापरवाही बरत रहा है, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

प्रभाकर मिश्रा, आरएम