जिले में लगातार हर्ष फायरिंग और देर रात तक डीजे का शोर है जारी

डीजीपी का कुछ महीने पहले जारी आदेश सिर्फ कागजों में ही हो रहा फॉलो

<जिले में लगातार हर्ष फायरिंग और देर रात तक डीजे का शोर है जारी

डीजीपी का कुछ महीने पहले जारी आदेश सिर्फ कागजों में ही हो रहा फॉलो

BAREILLY: BAREILLY: बरेली में आखिर हर्ष फायरिंग पर कब लगाम लगेगी। ये सवाल लंबे समय से उठ रहा है। डीजीपी ने इस संबंध में सख्त आदेश भी जारी किए लेकिन उनका आदेश भी सिर्फ कागजों पर फॉलो हो रहा है। हालांकि लोकल लेवल पर भी कई बार मीटिंग कर सख्ती बरतने के निर्देश जारी हुए हैं लेकिन कुछ हुआ नहीं। यही वजह है शादियों के सीजन में जमकर हर्ष फायरिंग होती है और पुलिस सिर्फ मूकदर्शक की भूमिका निभाती है।

यह है डीजीपी का आदेश

अगस्त में डीजीपी जगमोहन यादव ने हर्ष फायरिंग को लेकर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए थे। इस आदेश में था कि हर्ष फायरिंग से निर्दोष लोगों की मौत होती है और लगातार हो रही हर्ष फायरिंग से लगता है कि पुलिस का इस पर नियंत्रण खत्म हो गया है। इस संबंध में पहले भी निर्देश जारी किए लेकिन उन्हें फॉलो नहीं किया गया। डीजीपी ने निर्देश दिए थे कि आईजी, डीआईजी, एसएसपी, एसपी व सीओ को प्रत्येक हर्ष फायरिंग से जुड़े मामलों की गहन समीक्षा करेंगे। इसके अलावा एरिया में भी निकलकर हर्ष फायरिंग पर लगाम की कोशिश करेंगे, लेकिन डीजीपी का आदेश सिर्फ कागजी आदेश ही बनकर रह गया।

मीटिंग में भी हुई खानापूर्ति

ऐसा नहीं है कि सीनियर अधिकारियों के आदेश के बाद लोकल लेवल पर कोई कार्रवाई नहीं की गई हो। जब भी सिटी में हर्ष फायरिंग की बड़ी वारदात हुई तो पुलिस अधिकारियों ने सभी थाना प्रभारियों को मीटिंग कर इस पर रोक लगाने का फरमान जारी किया। पीलीभीत बाईपास पर हर्ष फायरिंग के दौरान आर्मी के जवान की मौत के बाद तत्कालीन एसपी सिटी त्रिवेणी सिंह ने सिटी के सभी थाना प्रभारियों और बैंक्वेट हाल मालिकों के साथ भी मीटिंग की। मीटिंग में सभी को निर्देश दिए गए थे कि हर्ष फायरिंग की सूचना तुरंत बैंक्वेट हाल मालिक को देनी होगी। यही नहीं दूल्हा व दुल्हन के पिता के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए थे। कुछ इसी तरह का फरमान पूर्व एसपी सिटी समीर सौरभ ने भी मीटिंग में दिए थे लेकिन दोनों के निर्देश हवा-हवाई ही साि1बत हुए।

डीजे पर भी नहीं लगती रोक

हर्ष फायरिंग की सबसे ज्यादा घटनाएं बैंड या फिर डीजे पर डांस के दौरान होती हैं। इसके अलावा बारात चढ़ने और तिलक में भी हर्ष फायरिंग की जाती है। शराब के नशे में लोग तेज आवाज में डीजे बजाने के लिए कहते हैं। जब डीजे संचालक मना करते हैं तो फिर शराबी हर्ष फायरिंग करते हैं। सिटी में शादियों के सीजन में देर रात तक डीजे बजते रहते हैं। कुछ दिनों पहले एसएसपी ने नेहरू युवा केंद्र से डीजे उठवाने के साथ पूरे शहर में डीजे पर रोक का फरमान जारी किया था। उस दिन तो पुलिस एक्टिव हो गई लेकिन उसके बाद से हालात जस के तस बने हुए हैं।