-पुलिस और आरटीओ की नाकामी से शहर में जगह-जगह लगता है जाम

-दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के 'गर्मी लगी क्या' प्रोग्राम में पब्लिक ने खुलकर सामने रखी जाम की प्रॉब्लम

जाम का नाम सामने आते ही जेहन में तरह-तरह के सवाल खड़े हो जाते हैं। हर व्यक्ति यही कहता है कि कब इस जाम से मुक्ति मिलेगी, कब वह अपने गंतव्य तक समय से पहुंच सकेगा। क्या यहां के जाम से निकल जाने के बाद आगे जाम नहीं लगेगा। ट्रैफिक पुलिस और आरटीओ यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए ठोस कदम कब तक उठा पाएंगे। जाम में फंसी पब्लिक के दिलो-दिमाग में यह सवाल हर पल कौंधता रहता है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के नाइसिल के साथ गर्मी लगी क्या प्रोग्राम में जाम को लेकर पब्लिक को जमकर गर्मी लगी और जाम की प्रॉब्लम खुलकर सामने रखी

प्लेस-जोगी नवादा समय-सुबह 10:30 एएम

पार्किंग न होने से लगता है जाम

कैंपेन की शुरुआत सुबह जोगी नवादा स्थित यूनिक सर्वोदय स्कूल पर सुबह करीब साढ़े दस बजे से हुई, जिसमें सबसे पहले दीक्षा ने कहा कि शहर की किसी मार्केट में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। शहर में जाम लगने का यह एक बड़ा कारण। क्योंकि पार्किंग के अभाव में सड़क पर ही वाहन खड़ा करते हैं। कोई मार्केट बने तो उससे पहले पार्किंग की व्यवस्था हो। तभी आकृति सिंह ने कहा कि शहर में ऐसी कोई रोड नहीं है, जिस पर अतिक्रमण न हो। प्रशासन को चाहिए कि वह सबसे पहले शहर की सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त कराए, जिससे पब्लिक की राह आसान बन सके। प्रमेन्द्र पटेल ने कहा कि जाम की समस्या के कारण शहर में निकलने से पहले सोचना पड़ता है, लेकिन प्रशासन इसके लिए कुछ नहीं कर रहा है। शिवदत्त शर्मा ने कहा पीलीभीत रोड के रूहेलखंड चौकी के पास टै्रफिक सिग्नल लाइट तो लग गई, लेकिन इसमें समय तीन मिनट का दिया है। पीलीभीत की तरफ से आने वाले वाहन रेड लाइट में भी निकल जाते हैं। जबकि इतना समय नहीं होना चाहिए। इसके साथ अमन मिश्रा, जीसुख लाल, सोनी भारद्वाज, रीता, कुसुम, विनीता और एनवी सक्सेना आदि ने अपने विचार रखे।

शहर में मार्केट तो बनी है, लेकिन किसी मार्केट में पार्किंग की व्यवस्था ही नहीं है, जिससे शॉपिंग करने वाले लोग अपने वाहन को रोड पर खड़ा कर अतिक्रमण कर जाम लगाते हैं।

आकृति सिंह

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पुलिस कभी भी अतिक्रमण हटाने की कोशिश नहीं करती है। पुलिस यदि अतिक्रमण हटवा दे तो शहर में जाम की समस्या से काफी हद तक निजात मिल सकती है।

दीक्षा सक्सेना

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प्लेस-यूनिवर्सिटी कैंटीन टाइम - 12:30 पीएम

माननीय की वजह से भी लगता है जाम

गर्मी लगी क्या में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की यूनिवर्सिटी कैंटीन में पहुंची। जिसमें विपिन ने कहा कि शहर में ट्रैफिक व्यवस्था काफी लचर है, जिसके कारण शहर के चौराहे जाम पर जाम की समस्या बनी रहती है। दीपक ने बीच में कहा कि कमी हम सभी लोगों में भी है। हम सभी लोगों को भी ट्रैफिक रूल्स फालो करना चाहिए। जब तक हम सभी लोग स्मार्ट नहीं होंगे, तब तक ट्रैफिक की समस्या दूर नहीं होगी। गजेन्द्र ने कहा कि प्रशासन ने चौराहे पर टै्रफिक सिग्नल लाइट्स तो लगा दिए हैं, लेकिन सिग्नल सिस्टम को कोई फॉलो नहीं करता। शहर में जिस समय कोई माननीय आता है तो जाम नहीं लगता है, शहर में आने वाले माननीय को आम पब्लिक की तरह जाम से निकाला जाए, जिससे उन्हें शहर की समस्या दिखाई दे। तभी विनीत ने कहा शहर में लगने वाले जाम के कारण लोगों का कीमती समय खराब होता है। प्रशासन को इसके लिए कोई प्लान बनाना चाहिए। इसी बीच पूजा ने कई बार कॉलेज आने की जल्दी होती है, पता लगता है कि चौराहे पर जाम लगा है। इससे कॉलेज आने में भी देर हो जाती है। सम्पदा ने कहा कि रोड पर ठेला फड़ लगाकर अतिक्रमण करने वालों से पुलिस सख्ती दिखाए। इसके साथ नाजरीन, आदित्य और सूर्याश ने अपने विचार रखे।

जाम की वजह से लोगों का कीमती समय बर्बाद होता है और समय से गंतव्य तक नहीं पहुंच पाते हैं। पुलिस प्रशासन भी फेल नजर आ रहा है।

नेहा

चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस इतनी सुस्त खड़ी रहती है कि कोई भी ट्रैफिक सिग्नल तोड़कर आसान से निकल जाता है। इसके बाद भी पुलिस उसको नहीं रोक पाती है।

विपिन

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प्लेस अग्रसेन पार्क टाइम 3:00 पीएम

ऑटो और ई-रिक्शा पर नहीं होता एक्शन

तीसरे पड़ाव पर टीम रामपुर गार्डन स्थित महाराजा अग्रेसन पार्क पहुंची। यहां पर जैसे ही जाम का नाम आया तो पब्लिक ने अपनी भड़ास निकालनी शुरू कर दी। गिरीश चंद्र बोले कि खुर्रम गौटिया सबसे बड़ा जाम प्वाइंट बनता जा रहा है। यहां कोई ट्रैफिक पुलिसकर्मी मौजूद नहीं रहता हैं, जिससे एक्सीडेंट भी होते हैं। सुधीर अग्रवाल बोले कि आरटीओ का स्टाफ सही से काम नहीं करता है। टेंपो-ई-रिक्शा अवैध रूप से चल रहे हैं, जो कहीं भी खड़े हो जाते हैं और जाम लगता है। संजय गर्ग का कहना है कि श्यामगंज में रास्ता बंद किया गया, लेकिन वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की। सुशील कुमार मित्तल ने कहा कि ई-रिक्शा का रूट फिक्स हो। प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि ई-रिक्शा नाबालिग चला रहे हैं, जिन्हें ट्रैफिक का सेंस ही नहीं है। रमेश का कहना है कि कुमार टाकिज से कोहाड़ापीर तक जाम की बड़ी प्रॉब्लम है। मुरलीधर गोयल बोले कि सीरा मंडी चौराहा से घी मंडी, चौकी मठ तक फोर व्हीलर निकलने से जाम लगता है। हर्ष अग्रवाल कहते हैं कि पुल निर्माण करने से पहले शाहदाना में साइड से रोड बनानी चाहिए थी। इसके अलावा रमेश चंद्र अग्रवाल, सुमित गोयल, अजय अग्रवाल, दिनेश अग्रवाल, संजय गर्ग, उमानाथ, प्रदीप, सुशील मित्तल व अन्य ने भी अपने विचार करें।

नगर निगम की जिम्मेदारी है कि सड़कों से अतिक्रमण हटना चाहिए। फुटपाथ और साइकिल ट्रैक पर कब्जा हो रखा है। छोटे बच्चे भी नियमों का उल्लंघन कर वाहन दौड़ा रहे हैं, जिसके लिए पुलिस जिम्मेदार है।

अजय अग्रवाल

अयूब खां चौराहा पर सड़क पर वाहनों के खड़े होने और स्कूल की छुट्टी के वक्त काफी जाम लगता है। चौराहा पर पुलिसकर्मी मौजूद रहते हैं, लेकिन जाम खुलवाने में इंट्रेस्ट नहीं दिखाते हैं।

महेंद्र अग्रवाल