- जिले के 4 हजार एलपीजी उपभोक्ता हैं परेशान

BAREILLY:

माल गोदाम रोड निवासी रजी मियां पिछले 9 महीने से गैस सब्सिडी के लिए भटक रहे हैं। इनकी गलती बस इतनी थी कि इंटरेक्टिव वॉयस रिकॉर्डिग सिस्टम (आईवीआरएस) के जरिए मोबाइल से गैस की बुकिंग करते समय गलती से इन्होंने जीरो प्रेस कर दिया। फिर क्या था फरवरी 2017 से इनके बैंक अकाउंट में गैस सब्सिडी आनी बंद हो गई। राज गैस एजेंसी पर लिखित शिकायत की तो जून में सब्सिडी आने की बात कही गई, लेकिन 9 महीने बीत जाने के बाद भी सब्सिडी के नाम पर रजी को एक फूटी कौड़ी भी नहीं मिली है।

कंपनी व एजेंसी के चक्कर काट रहे लोग

इस तरह की परेशानी सिर्फ रजी ही नहीं झेल रहे हैं। बल्कि, जिले के 4,000 कंज्यूमर्स गैस सब्सिडी के लिए संबंधित एजेंसियों पर चक्कर लगा रहे हैं। यह वह लोग हैं जिनसे गैस की बुकिंग कराने के दौरान गलती से सब्सिडी चली गई हैं। न तो इनकी एजेंसी पर सुनी जा रही है और न ही कंपनी के अधिकारी इनकी समस्याओं का समाधान कर रहे हैं, जिसकी वजह से एलपीजी उपभोक्ताओं की परेशानियां बढ़ गई हैं। जबकि, एक आईडी, उपभोक्ता नम्बर और लिखित अप्लीकेशन लेकर समस्या का समाधान तुरंत हो जाना चाहिए, और नेक्स्ट मंथ से बंद सब्सिडी दोबारा शुरू हो जानी चाहिए।

कंपनियां बना रही अपनी छवि

दरअसल, कंपनी अपनी छवि बनाए रखने के लिए एलपीजी उपभोक्ताओं की सब्सिडी दोबारा शुरू करना नहीं चाह रही है। क्योंकि, उन्हें सरकार से एक टारगेट मिला हुआ है कि स्वेच्छा से सब्सिडी छोड़ने के लिए लोगों को प्रेरित करें, लेकिन यहां उल्टा ही है, जिनसे गलती से सब्सिडी छूट गई है कंपनियां उन्हें भी अपने टारगेट में शामिल कर ले रही हैं। 4 हजार एलपीजी उपभोक्ताओं की सब्सिडी का पैसा कहां जा रहा है, इसका कुछ पता नहीं। इस समय नॉन सब्सिडाइज गैस का दाम 759 रुपए हैं। जो सब्सिडी मिल रही हैं वह 265 रुपए हैं। इस हिसाब से एक महीने में यह रकम 1,060,000 और वर्ष में 12,720,000 पहुंच रही है।

कैसे करता हैं काम

इस सर्विस का लाभ लेने के लिए कंज्यूमर्स को अपना मोबाइल नंबर या फिर लैंड लाइन नंबर एजेंसी पर जाकर रजिस्टर्ड करना होता है। कंज्यूमर कंपनियों की वेबसाइट पर जाकर भी अपना कांटैक्ट नंबर रजिस्टर्ड करा सकते हैं। इस सर्विस के तहत एजेंसियों से जुड़े कस्टमर का डाटा कंपनी के एक सर्वर रूम से कनेक्ट होता है। जिससे कस्टमर ने कब गैस की बुकिंग कराई और उसको कब गैस की डिलीवरी हुई इसकी डिटेल रिकॉर्ड होती रहती है। गैस की बुकिंग कराते समय उपभोक्ताओं से ऑप्शन पूछा जाता है। जिनमें गैस की बुकिंग के लिए 1 दबाएं, सब्सिडी छोड़ने के 0 और कस्टमर केयर अधिकारी से बात करने के लिए 9 दबाएं। जल्दबाजी में कई बार उपभोक्ताओं से 0 पे्रस हो जाता है। लिहाजा उनकी गैस सब्सिडी बंद हो जाती है।

फैक्ट

आईओसी - 9012554411

एचपीसी - 9889623456

बीपीसी - 9457456789

नोट- जिनका नंबर रजिस्टर्ड है वह कंज्यूमर इस नंबर पर फोन कर गैस की बुकिंग करा सकते हैं।

एक नजर

- 80 गैस एजेंसी तीनों कंपनियों की।

- 6 लाख एलपीजी उपभोक्ता जिले में हैं।

- 4 हजार से अधिक जिनकी सब्सिडी गलती से छूट गई।

- 14 केजी की रिफिलिंग 759 रुपए की पड़ रही हैं।

- 759 रुपए नॉन सब्सिडी 14 केजी का सिलिंडर

- 265 रुपए गैस सब्सिडी उपभोक्ताओं के बैंक अकाउंट में आती है।

जिले में 80 गैस एजेंसियां हैं। सभी एजेंसियों को मिलाकर करीब 4 हजार लोग हैं जिनकी गलती से गैस सब्सिडी छूट गई है, जो कि दोबारा सब्सिडी पाना चाह रहे हैं।

रंजना सोलंकी, प्रेसीडेंट, डोमेस्टिक गैस डिस्ट्रिब्यूशन एसोसिएशन

किसी की सब्सिडी गलती से छूट गई है, तो आवेदन संबंधित एजेंसी को दें। नेक्स्ट मंथ से ही सब्सिडी मिली शुरू हो जाएगी।

रोहन दलाल, असिस्टेंट मैनेजर सेल्स, आईओसी

मेरे एजेंसी के ही 60 उपभोक्ता ऐसे हैं जिनकी गैस सब्सिडी गलती से आनी बंद हो गई है। सब्सिडी को दोबारा शुरू करने के लिए आवेदन मांगे गए हैं।

राजेश गुप्ता, प्रोपराइटर, गैस एजेंसी

पिछले 5 महीने से गैस सब्सिडी का रुपया अकाउंट में नहीं आ रहा हैं। इस बात की शिकायत कई बार एजेंसी और कंपनी से की गई, लेकिन फायदा नहीं हुआ।

योगेश कुमार, उपभोक्ता

लिखित शिकायत देने के बाद भी गैस सब्सिडी नहीं मिल रही है। एजेंसी का चक्कर लगा-लगा कर थक चुका हूं कागजी कार्रवाई के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ।

रजी मियां, उपभोक्ता