- रंगों से सराबोर होगा शहर, होलिका दहन के साथ शुरू हुआ होली सेलीब्रेशन

- मुहूर्त के दोनों पक्षों में जलाई गई होलिका, लोक गीत से सराबोर रहा शहर

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- रंगों से सराबोर होगा शहर, होलिका दहन के साथ शुरू हुआ होली सेलीब्रेशन

- मुहूर्त के दोनों पक्षों में जलाई गई होलिका, लोक गीत से सराबोर रहा शहर

BAREILLY:

BAREILLY:

आप रंगों से सराबोर हो गए होंगे, रंग और गुलाल से आपका चेहरा रंग बिरंगा हो गया होगा। अभी तक आपने होली नहीं खेली है, तो देर किस बात की 'लेट्स प्ले होली'। क्योंकि होलिका दहन होते ही रंगों से भरा सेलिब्रेशन का गुब्बारा फूट पड़ा है। आज बच्चे, घर के बड़े-बुजुर्गो को गुलाल लगाकर उनसे आशीर्वाद लेंगे। गिले शिकवे भुलाकर खुले दिल से गले मिलकर सभी एक-दूसरे को होली की शुभकामनाएं देंगे।

होलिका दहन पर रही धूम

मुहूर्त के अनुसार देर शाम करीब साढ़े सात बजे से 9 बजे के बीच होलिका दहन हुआ। लोगों ने परिवार के सभी सदस्यों के साथ होलिका की परिक्रमा की। प्रमुख होली चौराहों पर देर रात तक डीजे की धुन पर होलिका दहन के बाद देर रात तक लोग झूमते रहे। फिर गुलाल, रंग लगाने के साथ ही होली जश्न का माहौल बन गया। श्रद्धालुओं ने परंपरानुसार लौंग, बताशा, पान का पत्ता व अन्य सामग्री का प्रयोग कर होलिका की क्क् बार परिक्रमा की। इसके बाद होलिका दहन किया। साथ ही गन्ना और गेहूं की बाली होलिका की अग्नि डालकर बुराइयों को मिटाने का संकल्प लिया। होलिका की जली लकड़ी को परंपरानुसार कुछ अपने घर ले गए।

ताकि पूरी हो मनोकामना

होलिका दहन के समय को लेकर लोगों में भ्रम था। ऐसे में सुबह ही ज्योतिषाचार्यो के फोन घनघनाने लगे। ज्योतिषाचार्य पं। संजय सिंह और पं। राजीव शर्मा ने बताया कि सुबह से ही शुभ मुहूर्त को लेकर कई यजमानों ने फोन कर राय मांगी। कुछ लोगों ने घरों में पूजन करवाया। उन्होंने विधि विधान की जानकारी ली। कुछ ने होलिका दहन के बाद होने वाले टोटकों, मंत्रजाप और यंत्रों की भी जानकारी ली। ताकि धारण कर अपनी मनोकामना पूरी कर सकें। ज्योतिषाचार्यों ने पूजन विधि या साधना में किसी तरह की कोई हीलाहवाली नहीं करने के निर्देश दिए हैं।