बरेली : शहर में अतिक्रमण रोड किनारे ही नहीं बिजली के ट्रांसफार्मर तक पहुंच गया है। इतना ही नहीं कई शॉप ओनर्स ने तो ट्रांसफार्मर को कवर्ड करने के लिए लगाई वेरिकेडिंग तक को तोड़ दिया या फिर उसे ही यूज करना शुरू कर दिया। ट्रांसफार्मर के नीचे शॉप लगाने वालों को अपनी जिंदगी का भी डर नहीं लगता है। यानि कहा जाए कि ऐसे लोगों को अपनी जिंदगी से प्यार नहीं है। मंडे को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने शहर के अलग-अलग एरिया में रियलिटी चेक किया तो हकीकत चौकाने वाली सामने आई। रोड किनारे कई शॉप ओनर तो ट्रांसफार्मर के नीचे तो कोई उसके पास शॉप लगाए था। आईए बताते हैं शहर के अलग-अलग एरिया का हाल

नियर सर्किट हाउस चौराहा

शहर के सिविल लाइंस सर्किट हाउस चौराहा के पास हॉस्पिटल के बाहर ट्रांसफार्मर लगा है। उस पर वेरिकेडिंग भी लगी है, ताकि ट्रांसफार्मर से लोग दूर रहें और किसी को करंट न लग सके। लेकिन वहां पर ट्रांसफार्मर से बिल्कुल सटाकर दोनों तरफ शॉप लगा ली गई हैं। इतना ही नहीं वेरिकेडिंग को भी बिजनेस के लिए यूज करना शुरू कर दिया।

रामपुर गार्डन

रामपुर गार्डन पॉश कॉलोनी में ट्रांसफार्मर के पास बेरिकेडिंग लगी है लेकिन उसके पास कपड़ों पर पे्रस करने वाले ने अपना अड्डा बना लिया। इतना नहीं वेरिकेडिंग पर भी कपड़ों को टांग लिया। ऐसे में कभी भी कोई हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता है। क्योंकि जिस तरह से कपड़ों को टांग रखा था उससे कभी भी कोई हादसा हो सकता है।

बटलर प्लाजा के सामने

शहर के बटलर प्लाजा के पास पेट्रोल पंप के सामने ट्रांसफार्मर के पास चाय और सुपारी बेंचने वालों ने कब्जा कर रखा था। ट्रांसफार्मर का फाउडेंशन तक यूज कर लिया। वेरिकेडिंग के अंदर भी अपनी जरूरत का सामान रख लिया था।

बटलर प्लाजा

शहर की मेन कंप्यूटर मार्केट के एंट्री गेट पर ही लगे दो ट्रांसफार्मर के पास बिजनेस करने वालों ने इतना अतिक्रमण कर रखा था कि ट्रांसफार्मर ही दिख नहीं रहे थे। ऐसा लग रहा था कि जैसे कोई शॉप हो। शॉप होने के चलते वहां पर अक्सर कस्टमर्स भी आते हैं, और भीड़ रहती है।

जहां पर ट्रांसफार्मर लगा है वहां पर लोगों को इससे डिस्टेंस बनाकर रहना चाहिए। क्योंकि इस तरह ट्रांसफार्मर अगर कोई शॉर्ट सर्किट हो जाए तो भाग भी नहीं पाएंगे।

नवनीत

ट्रांसफार्मर में हाई वोल्टेज करंट होता है। इसीलिए उससे तो डिस्टेंस बनाकर रखने में ही फायदा है। जरूरी है कि जहां पर ट्रांसफार्मर लगा है कम से कम उससे तो दूर रहें।

दीपेन्द्र कुमार