सट्टे में 6 लाख हार की भरपाई के लिए अपहरण, हत्या और फिर बीस लाख की फिरौती की प्लानिंग

पुलिस ने दो हत्यारों को किया गिरफ्तार, दो की तलाश जारी, नहीं मिल सकी लाश

BAREILLY:

सट्टा लगाने के शौक में कुछ युवक शातिर क्रिमिनल बन बैठे। आईपीएल सट्टे में हारे 6 लाख रुपए की भरपाई के लिए इन युवकों ने पड़ोसी के बच्चे का न सिर्फ अपहरण किया। बल्कि, उसकी गला घोंट कर हत्या कर दी। इसके बाद बॉडी को पेट्रोल छिड़ककर जला दिया। बॉडी जब पूरी नहीं जली तो उसे नदी में बहा दिया। सट्टा, किडनैपिंग और मर्डर के इस पूरे खेल में शातिर युवकों को कुछ हाथ तो नहीं लगा। यह जरूर हुआ कि वह पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं और सलाखों के पीछे हैं। हालांकि, अभी दो युवक पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। पुलिस मारे गए बच्चे की बॉडी और साक्ष्य की तलाश में सैटरडे को युवकों को लेकर गई, लेकिन उसे जलाए गए स्थान पर पुलिस को साड़ी और रूमाल मिल सका, जिसे फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है। पुलिस को हत्यारों के पास से एक मोबाइल, सिम व बाइक बरामद हुई है।

पड़ोसी ने ही रची पूरी साजिश

पुलिस गिरफ्त में आए बदमाशों की पहचान सैदपुर हाकिन्स निवासी उजैर पुत्र यासीन और सिराज पुत्र इसरार अली के रूप में हुई है। उजैर ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह आईपीएल मैच में सट्टा लगाता था। सट्टे में वह 6 लाख रुपए हार गया था। सट्टे की उधारी चुकाने के लिए उस पर दबाव पड़ना शुरू हुआ तो उसने अपने पड़ोस में रहने वाले जरी कारोबारी रईस मियां उर्फ मुन्ना के बेटे अनवर जावेद के अपहरण कर फिरौती मांगने की प्लानिंग की। उसने इसमें अपने साथी सिराज, शबाब, और कल्लू को शामिल किया। फिरौती की रकम 20 लाख रुपए रखी गई।

पेट्रोल डालकर जलाया शव

12 जुलाई को जब अनवर अपने घर से पड़ोस में फूफी के घर जाने के लिए निकला था तो रास्ते में सिराज उसे मोबाइल चार्जर लेने के बहाने बुलाकर ले गया। वह पड़ोस में ही उजैर के जरी के कारखाने में ऊपरी मंजिल पर अनवर को लेकर गया। वहां पर उजैर पहले से ही मौजूद था। कुछ देर में ही वहां पर शबाब और कल्लू भी पहुंच गए। सभी ने मिलकर अनवर की रूमाल से गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद अनवर के शव को साडि़यों को पैक करने वाले बोरे में पैक कर दिया। किसी को पता न चले इसके लिए उसमें साडि़यां भी भर दी गई। इसके बाद दो मोटर साइकिल से अनवर के शव को सीबीगंज के सनैया में नदी के पास कच्चे रास्ते पर लेकर गए। यहां पर बाइक से पेट्रोल निकालकर अनवर के शव को जला दिया। पुलिस के अनुसार शव जलाने के बाद सभी वहां से चले गए, लेकिन तीन चार घंटे बाद फिर से देखने पहुंचे कि शव जला है कि नहीं। दोबारा पहुंचने पर शव को अधजला देखकर कट्टे में भरकर करीब एक किमी दूर नदी में फेंक दिया।

तलाशने का करता रहा नाटक

किसी को खबर न लगे इसके लिए उजैर पड़ोसी के नाते अनवर को जगह-जगह तलाशता रहा। वह अनवर के पिता रईस के साथ दिल्ली भी अनवर की तलाश में गया। उजैर ने बताया कि अनवर कल्लू को छोड़कर सभी को पहचानता था। इसलिए पहले ही योजना बना ली थी कि अपहरण के बाद तुरंत अनवर की हत्या कर देंगे और बाद में फिरौती मांगेंगे। उजैर को रईस मियां पहचानते थे। इसलिए उसने पीलीभीत रोड पर बताई जगह पर रुपए रखने और दो घंटे में बेटे के घर पहुंचने की बात कही थी।

नए नंबर से किए काल

उजैर ने बड़ी चालाकी से अनवर की हत्या की प्लानिंग की थी। दरअसल उजैर को पता था कि सर्विलांस से वह पकड़े जा सकते हैं। इसलिए उसने हर बार नए नंबर से फिरौती के लिए काल किया। अपहरण से पहले ही उसने 2 नए और 2 पुराने मोबाइल व 8 सिम खरीद लिए थे। पहली बार उसने 18 जुलाई को फिरौती की मांग की। फिरौती की मांग करते ही मोबाइल और सिम दोनों तोड़ के फेंक दिया। उसके बाद जिससे काल की उस मोबाइल और सिम को ताेड़ दिया।

यहां कर दी गलती

बदमाशों ने सर्विलांस से बचने के लिए होशियारी तो दिखायी लेकिन फिर भी वे सर्विलांस के जाल में फंस गए। दरअसल उजैर ने जिस एक नंबर से फिरौती मांगी थी उस नंबर से किसी और को भी फोन कर दिया था। पुलिस ने इसी 'बी ' पार्टी के नंबर की काल डिटेल के आधार पर उजैर का पता लगा लिया और पूरा केस ओपन हो गया।

छात्र अनवर की हत्या के दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। दो अन्य की तलाश की जा रही है। अपहरण और हत्या के बाद फिरौती मांगी गई थी।

समीर सौरभ, एसपी सिटी बरेली