- अपनी मांगों लेकर करेंगे हाइवे जाम और रोकेंगे ट्रेन

BAREILLY:

सर्राफा व्यापारियों की हड़ताल लंबा खिंचने से छोटे व्यापारी कश्मकश में हैं। वह इस ऊहापोह में हैं कि हड़ताल का कब तक समर्थन करें। क्योंकि सरकार की मंशा फैसले से कदम पीछे खींचने के नहीं दिख रहे हैं। 26 दिन से मार्केट के बंद होने से छोटे सर्राफा व्यापारियों का व्यापार पूरी तरह से टूट गया है। छोटे व्यापारियों पर इसका सबसे अधिक प्रभाव पड़ा है।

टूट गया कारोबार

शहर में करीब 450 सर्राफ व्यापारी है। इनमें से सबसे अधिक छोटे व्यापारी ही है। सरकार के नए नियम से इन्हें उतना फर्क नहीं पड़ने वाला है। जितना कि बड़े सर्राफ व्यापारियों को होगा। लेकिन, इसके बाद भी यह एसोसिएशन के साथ कदम ताल कर रहे हैं। नतीजा यह है कि उनका बना बनाया पूरा कारोबार चौपट हो गया है। तनिष्क, रिलायंस जैसे बड़े शोरूम का कारोबार भी जबरदस्ती बंद कराए जाने के चलते अपने निचले स्तर पर आ गया है। तनिष्क शोरूम के स्टोर मैनजर विवेक अरोड़ा ने बताया कि हंड्रेड परसेंट बिजनेस प्रभावित चल रहा है। इस क्षति की भरपाई अब कभी नहीं हो सकती है। अब तो सारा उम्मीद मई में पड़ने वाला अक्षय तृतीया पर टिका हुआ है।

घर चलाना हुआ मुश्किल

सरकार के खिलाफ सर्राफ व्यापारियों का हड़ताल कब खत्म होगा कुछ कहा नहीं जा सकता है। उनकी हड़ताल दो लाख से अधिक की खरीद पर पैन कार्ड की अनिवार्यता और टीडीएस कस्टमर्स को देना होगा, कारीगर को सोना का रिकॉर्ड मेंटेन करने, सोने की पकाई राजकीय संस्थान में कराने की बात को लेकर है। लेकिन, सरकार है कि अपने फैसले से टस से मस नहीं हो रही है। ऐसे में व्यापारियों के सामने जीविका चलाने का भी संकट मंडराने लग गया है।

करेंगे हाइवे जाम और रोकेंगे ट्रेन

अपनी मांगों को लेकर सर्राफ व्यापारियों ने सैटरडे को साहूकारा में एक मीटिंग की। मीटिंग में उन्होंने हाईवे और ट्रेनों को रोकने की योजना बनायी। संडे को चौकी चौराहा के पास व्यापारी ट्रैफिक जाम करेंगे। मंडे को ट्रेन रोक कर प्रदर्शन करेंगे।