- एकेसी हुंडई की वर्कशॉप स्टाफ पर डाक्टर्स ने लगाया आरोप
- डॉक्टर दंपति ने किया विरोध तो मैनेजर और वर्कर ने की गाली-गलौच
बरेली : मथुरा के गोवर्धन गांव निवासी एक डॉक्टर दंपति ने एकेसी हुंडई की वर्कशॉप के स्टाफ पर कार के पार्ट्स चोरी करने और विरोध करने पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है। दंपत्ति ने मामले में सीबीगंज थाना पुलिस को तहरीर दी है। आरोप है कि कंपनी के कर्मचारियों ने पहले तो कार वापस करने में लेटलतीफी दिखाई वहीं नये पार्ट निकालकर उसकी जगह जंग लगे हुए पुराने पार्ट्स लगा दिए,
डेंट सही कराने के लिए दी थी कार
मथुरा के गोवर्धन गांव निवासी महेश प्रताप बदायूं के उझानी सीएचसी पर चिकित्साधिकारी हैं। उनकी पत्नी रीतिका भी मेरठ डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में कार्यरत हैं। बरेली के सीबीगंज में उनके रिश्तेदार रहते हैं। महेश ने बताया कि उन्होंने सीबीगंज स्थित एकेसी हुंडई से अप्रैल में नई क्रेटा गाड़ी खरीदी थी। एक महीने पहले उनके पिता बीमार हुए तो उनका इलाज कराने के लिए दिल्ली गए थे। इस दौरान उनकी रोड पर खड़ी कार को डीटीसी बस ने टक्कर मार दी थी जिससे गाड़ी में कई जगह डेंट पड़ गए थे। इसे ही ठीक कराने के लिए उन्होंने 20 अगस्त को गाड़ी कंपनी वर्कशाप में दी थी। 8 सितंबर को जब महेश और उनकी पत्नी रीतिका रिश्तेदार के साथ वर्कशॉप पर कार लेने के लिए पहुंचे तो पूरी कार खुली देख उनके होश उड़ गए, उनकी नजर जब कार के पार्ट्स पर पड़ी तो देखा कि नये पार्ट्स की जगह पुराने जंग लगे हुए पार्ट्स लगा दिए गए है। उन्होंने वर्कशॉप के वर्कर हिमांशु से शिकायत की तो वह बिफर गया और गाली गलौच करने लगा, रीतिका ने मामला शांत कराने की कोशिश की तो उनसे भी अभद्रता की। डाक्टर दंपति ने कंपनी ओनर के खिलाफ सीबीगंज थाने में तहरीर दी है।
एसएसपी के पीआरओ ने दी नसीहत
रीतिका से जब बॉडी शॉप वर्कर मारपीट पर उतारु हो गया तो उन्होने फौरन एसएसपी को फोन लगाया, फोन उनके पीआरओ ने रिसीव किया, रीतिका ने अपने साथ हुई अभद्रता की शिकायत की तो पीआरओ ने उनकी बात सुनने की बजाए उन्हे नसीहत देना शुरु कर दिया।
20 दिन तक करते रहे टालमटोल
महेश ने बताया कि 20 दिन पहले जब डेंट हटाने के लिए कार वर्कशॉप में दी गई तो उन्हें दो दिन बाद कार ले जाने के लिए बोला। दो दिन बाद उन्होंने फोन किया तो उन्हें चार दिन बाद आने को कहा, जब चार दिन बाद फोन किया तो दस दिन का समय दिया गया। 8 सितंबर को वह अचानक जब पहुंचे तो उनकी पूरी कार खुली पड़ी थी।
ओनर देता रहा गोलमोल जबाव
एकेसी हुंडई के ओनर अल्पित अग्रवाल को जब महेश ने फोन पर इस अभद्रता और चोरी करने की शिकायत करनी चाही तो वह भी गोलमाल जबाव देते रहे।