- बस एक हफ्ते का इंतजार और फिर तय हो जाएगा पीडब्ल्यूडी कॉलोनीज का भविष्य

BAREILLY:

जर्जर पीडब्ल्यूडी कॉलोनी को खाली कराने के मामले में डीएम ने विभाग से जांच कर रिपोर्ट एक हफ्ते के अंदर मांगी है। डीएम ने निर्देश दिया है कि एक हफ्ते के अंदर विभाग कॉलोनी की दोबारा जांच करके रिपोर्ट सौंपे ताकि इस मामले में जल्द से जल्द फैसला लिया जा सके। वहीं पीडब्ल्यूडी ने डीएम को रिपोर्ट देने की तैयारी शुरू कर दी है। बता दें कि गत दिनों डीएम गौरव दयाल खुद कॉलोनी का इंस्पेक्शन किया था।

तो अटक गया मामला

विभाग ने अक्टूबर 2014 में राजेंद्र नगर स्थित आवासीय कॉलोनी में करीब 56 जर्जर आवासों को गिराने की योजना बनाई थी। इस संबंध में विभाग ने एडमिनिस्ट्रेशन से इजाजत ली और फिर वहां रहने वालों को आवास खाली करने का नोटिस जारी था। इस पर 46 परिवार के लोगों ने विभाग पर जबरन आवास खाली कराने के बाबत एडमिनिस्ट्रेशन अप्लीकेशन सौंपी। तो मामला अटक गया। इसके बाद एक बार फिर पीडब्ल्यूडी ने फरवरी 2015 में नोटिस जारी की। तो वहां लोगों ने फिर डीएम से की शिकायत की। इसके चलते इसपर फैसला अटक गया कि आवास खाली होगा या नहीं।

मरम्मत न हाेने से जर्जर

दरअसल, वर्ष 1984 में विभागीय वर्कर्स एवं अधिकारियों के रहने के लिए बनी कॉलोनी में 30 वर्षो तक मरम्मत न होने से वह जर्जर हो गई। वहां रहने वाले लोगों ने मरम्मत की मांग लेकिन इस पर विभाग चुप रहा। पिछले दिनों आए भूकंप के झटकों के कारण कॉलोनी को डेंजर जोन में शामिल कर दिया गया और उसे खाली करवाने के लिए विभाग ने प्रक्रिया शुरू की थी। एक्सईएन संजीव भारद्वाज ने बताया कि कॉलोनी मामले की फाइनल रिपोर्ट सबमिट करनी है। इसके बाद फाइनल डिसीजन इस पर हो जाएगा।