- एनआर और एनआईआर के बीच लक्षण रेखा से यात्री परेशान

- फुट ओवरब्रिज बन कर तैयार लेकिन नहीं हटाया बैरिकेडिंग

BAREILLY:

जंक्शन जीआरपी की तरफ से बने फुट ओवरब्रिज को भले ही पब्लिक के लिए हमेशा के लिए खोल दिया गया है, लेकिन एनआर और एनईआर के बीच लक्ष्मण रेखा अभी भी बरकरार है। जिसके कारण लाखों रुपए खर्च कर बने फुट ओवरब्रिज के बाद भी रेलवे यात्रियों को सुविधा मुहैया कराने का मकसद हल नहीं हुआ है। लिहाजा यात्रियों की मुसीबतें कम नहीं हुई हैं।

एनआर ने कर दिया बैरिकेडिंग

फुट ओवरब्रिज की राह में बैरिकेडिंग कर एनआर के अधिकारियों ने यात्रियों के लिए रोड़ा पैदा कर दिया हैं। प्लेटफार्म नम्बर-4 के पास फुट ओवरब्रिज पर एनआर ने लोहे की जाली लगा दी है। जिसे कारण यात्री प्लेटफार्म नम्बर-1, 2, 3 और 4 से प्लेटफार्म नम्बर-5 पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। वहीं एनईआर के यात्री एनआर के प्लेटफार्म पर नहीं पहुंच पा रहे हैं।

यात्री झेल रहे मुसीबत

जबकि, बाकी शहरों के रेलवे स्टेशन के फुट ओवरब्रिज पर ही एक छोर से दूसरे छोर निकलने के लिए आम रास्ता अलग और यात्रियों के लिए अलग से रास्ता होता है। ताकि, यात्री किसी भी प्लेटफार्म पर आसानी से पहुंच सके, लेकिन बरेली जंक्शन पर अधिकारियों के आपसी झगड़ने ने फुट ओवरब्रिज के बनने का मकसद ही खत्म कर दिया है।

घूम कर जाना पड़ रहा यात्रियों

फुट ओवरब्रिज बन कर तैयार हो जाने के बाद भी बैरिकेडिंग के चलते यात्रियों को घूमकर रिजर्वेशन काउंटर की तरफ से बने दूसरे फुट ओवरब्रिज की तरफ जाना पड़ रहा है, लेकिन रेलवे अधिकारी बैरिकेडिंग हटाने को तैयार नहीं हैं। इससे पहले फुट ओवरब्रिज का निर्माण कार्य अधूरा छोड़ कर एनआर और एनईआर के अधिकारियों ने यात्रियों के लिए मुसीबत खड़ी कर रखी थी।

मैंने इस बात का ध्यान नहीं दिया। यदि लोहे की जाली अभी तक लगी हुई है, तो उसे हटवाता हूं।

चेतन स्वरूप शर्मा, एसएस, बरेली जंक्शन

फुट ओवरब्रिज बनने का कोई मतलब नहीं हैं। बैरिकेडिंग की वजह से प्लेटफार्म नम्बर-5 व 6 पर जाना मुश्किल हो गया है।

हिमांशु