असली नाम छोड़ रामलीला के रोल से पुकारने लगे लोग उनका नाम

20-20 वर्ष से ज्यादा हो गया है कलाकारों को मंचन करते हुए

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BAREILLY : सुभाष नगर में होने वाली रामलीला में दीपक रावण का रोल अदा करते है। करीब 20 साल पहले उन्होंने रामलीला में शौकिया भाग लिया था, लेकिन इस शौक को उन्होंने जुनून बना लिया। यही वजह है कि हर साल झांसी में ऑफिस से लीव लेकर रामलीला में भाग लेने आते हैं। आज उनकी पहचान भी लंकेश से बन गई है। बहुत कम लोग उन्हें दीपक नाम से जानते हैं। ऐसे कुछ और कलाकार हैं, जिन्होंने रामलीला में अपने अभिनय से पात्र को जीवंत किए हुए हैं।

कई वर्षो कर रहे रोल

सुभाषनगर रामलीला में राम और लक्ष्मण का मंचन करने वाले अजय शर्मा व राजकुमार तिवारी टीचर हैं लेकिन सुभाषनगर में ये राम और लक्ष्मण के नाम से जाने जाते हैं। इसी तरह सुभाषनगर मोहल्ले के करीब 52 कलाकार रामलीला में मंचन करते हैं। इसमें दीपक सिंह करीब 20 साल से लंकेश का रोल, राजेन्द्र कुमार तनेजा 25 साल से परशुराम, अमित भारद्वाज 25 साल से मेघनाद, अखिलेश केसर 30 साल से श्रवण कुमार, अजय शर्मा 22 साल से राम, राजकुमार तिवारी 20 साल से लक्ष्मण और सुधीर सक्सेना 20 साल से मंथरा का रोल अदा कर रहे हैं। इनमें से दीपक कुमार, राजेन्द्र सिंह तनेजा और अमित भारद्वाज झांसी में नौकरी करते हैं और श्रवण कुमार का रोल करने वाले अखिलेश बरेली मंडल के एक मेडिसिन कंपनी में मैनेजर के पद पर जॉब कर रहे हैं। वहीं मंथरा का रोल करने वाले सुधीर सक्सेना इस समय सहारनपुर जिला में टीटी के पद पर तैनात हैं।

छुट्टी लेकर करते हैं मंचन

रामलीला अध्यक्ष आलोक तायल ने बताया कि मेला में मंचन करने वाले सभी कलाकारों को एक माह पहले से प्रैक्टिस करने आना होता है, इसके बाद ही वह रामलीला में मंचन कर पाते हैं। मंचन करने वाले सभी कलाकारों को सूचना देनी होती है और वह सभी कलाकार अपनी नौकरी से छुट्टी लेकर समय से पहुंच जाते हैं। शहर के मोहल्ला सुभाषनगर में 75वां रामलीला वेडनसडे को शुरू हो गया। सुभाषनगर मोहल्ले में रामलीला मंचन की शुरुआत गौरीशंकर जी ने शुरू कराया था, वह उस समय रामलीला के अध्यक्ष भी थे। वर्ष 1986 में रामलीला के अध्यक्ष प्रेमकृष्ण अग्रवाल बने, और उन्होंने मोहल्ले के लोगों के साथ रामलीला का मंचन कराया।