BAREILLY: शिक्षामित्रों के समायोजन के खिलाफ हाईकोर्ट का फैसला आने के दो दिन बाद शिक्षामित्रों का गुस्सा फूट पड़ा। सैकड़ों शिक्षामित्रों ने बीएसए ऑफिसर पर पूरे दिन धरना-प्रदर्शन किया और दिया सड़क पर जाम किया। शिक्षा मित्र सुबह से ही विरोध पर उतर आए, जिले के अधिकतर प्राथमिक स्कूलों पर ताला जड़ दिया। इस दौरान जिले के कई दूर-दराज इलाकों से हिंसा की भी सूचना मिली है। केंद्र सरकार का पुतला भी फूंका। प्रदर्शन के दौरान एक शिक्षामित्र गश खाकर गिर पड़ा, जिसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

सड़क पर उतरे सैकड़ों

मंडे को करीब 3 हजार से ज्यादा शिक्षामित्रों ने पूरे दिन प्रदर्शन किया। सबसे पहले वे गांधी उद्यान पर एकत्रित हुए। यहां पर सभा भी की। इसके बाद सभी जुलूस की शक्ल में बीएसए ऑफिस के लिए कूच कर गए। इस दौरान पूरे ट्रैफिक को रोक दिया गया। सड़क पर लंबा जाम लगा रहा। हाथों में इच्छा मृत्यु दिए जाने की मांग लिखे पोस्टर थे। वे केंद्र सरकार और एनसीटीई के विरोध में नारे भी लगा रहे थे। उन्होंने इसके विरोध में केंद्र सरकार का पुतला भी फूंका। उन्होंने पूरे दिन बीएसए ऑफिस पर डेरा डाले रखा। शिक्षामित्रों ने चेताया कि यदि उनकी नौकरी गई तो वे अपनी जान दे देंगे। इस दौरान ब्लॉक रामनगर स्थित प्राथमिक विद्यालय, कल्याणपुर में तैनात जय सिंह गंगवार गश खाकर गिर पड़ा। साथियों ने उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। जब से हाईकोर्ट का फैसला आया तबसे उसने कुछ नहीं खाया था। उसके घर में मातम सा छा गया है।

स्कूलों पर लटक गए ताले

प्रदर्शन से पहले अपने-अपने एरिया के प्राथमिक स्कूलों को शिक्षामित्रों ने बंद करा दिया। जिलें में करीब 2891 बेसिक स्कूल्स हैं। जिनमें से करीब 30 परसेंट तो केवल शिक्षामित्र ही संचालित करते हैं। शिक्षामित्रों ने सभी स्कूलों पर ताला जड़ दिया। कुछ स्थानों पर शिक्षकों ने विरोध किया तो शिक्षामित्रों ने उनको जबरन बाहर निकालकर ताला जड़ा। इस दौरान उन्होंने मिड डे मिल भी फेंक दिया और रसोइयों को भगा दिया। वहीं शिक्षामित्रों के समर्थन में दूसरे संगठन भी आने लगे हैं। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ और सह-समन्वयक ज्ञानोदय अनुश्रवण एसोसिएशन ने शिक्षामित्रों के प्रदर्शन का समर्थन किया है।