-सैटरडे को मैजिक में एक यात्री कीे जेब से रुपए चुराते पब्लिक ने पकड़ा था

BAREILLY:

वारदातों पर अंकुश लगा पाने में फेल बरेली पुलिस अपराधियों को थाने में भी पकड़ कर नहीं रख पा रही है। संडे को शीशगढ़ थाना से एक जेबकतरा हथकड़ी समेत फरार हो गया। इसी के साथ ही मुस्तैद पुलिस की लापरवाही की पोल भी खुल गयी। अपराधी के पुलिस कस्टडी से फरार होने की सूचना से थाना में हड़कम्प मच गया। शर्मनाक तो यह रहा कि इंस्पेक्टर बदमाश को पकड़ने की बजाय यह साबित करते रहे कि कोई बदमाश पकड़कर लाया ही नहीं गया था।

11 हजार रुपए किए थे चोरी

गांव बंजरिया निवासी अंगन लाल पत्नी के साथ सैटरडे को मैजिक में जा रहे थे। पास में बैठे सिरौली निवासी नसीम अहमद ने उनकी जेब में रखे 11 हजार रुपए पर हाथ साफ कर दिया। लालू नगला गांव के पास जब मैजिक रुकी तो आरोपी अचानक भागने लगा। अंगन लाल को शक हुआ तो उन्होंने अपनी जेब चेक की तो रुपए गायब थे। ग्रामीणों ने दौड़ाकर आरोपी को पकड़ लिया। पीटने के बाद उसे बंजरिया चौकी पुलिस को सौंप दिया। चौकी इंचार्ज रात में ही शीशगढ़ थाने ले आए और अंगन लाल की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर उसे हवालात में डाल दिया। संडे सुबह आरोपी नसीम को मेडिकल के लिए ले जाने के लिए पुलिस ने हथकड़ी पहनाकर हवालात के बाहर बैठा दिया। सुबह लगभग छह बजे नसीम मौका पाकर हथकड़ी समेत थाने से फरार हो गया। थाने के सामने फल बेचने वालों ने हथकड़ी समेत युवक को भागते देखा तो पुलिस को सूचना दी।

पुलिस ने भी बदले बयान

इंस्पेक्टर गिरीश प्रसाद राज और बंजरिया चौकी इंचार्ज सुरेश चन्द्र शर्मा के अलग-अलग बयान से पुलिस अपने ही जाल में फंसती चली गई।

-इंस्पेक्टर ने बताया कि थाने से कोई मुल्जिम नहीं भागा है।

-चौकी इंचार्ज ने बताया कि ग्रामीणों ने चोरी के आरोपी को बंजरिया चौकी पुलिस को सौंपा था।

- आरोपी को रात में ही शीशगढ़ थाने पहुंचा दिया था।

-चौकी प्रभारी ने दूसरा बयान दिया कि आरोपी को जमानत पर छोड़ा गया है।

-चौकी इंचार्ज ने तीसरा बयान दिया कि आरोपी का मेडिकल कराने के बाद उसे छोड़ दिया गया।

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रात को चोरी का एक मुल्जिम पब्लिक ने पीटने के बाद पुलिस को सौंपा था। पुलिस ने उसका मामला 389 में दर्ज कर लिया और छोड़ दिया, लेकिन वह रात को नहीं सुबह को गया था। थाने से कोई मुल्जिम नहीं भागा है, जिसने भी सूचना दी वो गलत है।

गिरीश प्रसाद राज, इंस्पेक्टर, शीशगढ़