लोकल चोरों के साथ मिलकर दिया जा रहा वारदातों को अंजाम

पुलिस की कई टीमें गैंग की गिरफ्तारी में हैं लगी

<लोकल चोरों के साथ मिलकर दिया जा रहा वारदातों को अंजाम

पुलिस की कई टीमें गैंग की गिरफ्तारी में हैं लगी

BAREILLY:

BAREILLY: घर से बाहर निकल रहे हैं, तो अलर्ट हो जाइए। आप पर दिल्ली के शातिर टप्पेबाजों की नजर है, जो नजर हटते ही आपका कीमती सामान उड़ा सकते हैं। पिछले कई हफ्ते से ये शहर में सक्रिय है और अब तक कई घटनाओं को अंजाम भी दे चुके हैं। तो ध्यान रहे कहीं इनका अगला शिकार आप न बने। इस गैंग के मेंबर्स कितने शातिर है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि डीआईजी के आदेश के बाद पूरा महकमा इनके पीछे लगा है लेकिन एक भी हाथ नहीं आ पाया है।

एक नजर में करते हैं टारगेट

पुलिस ने बताया कि अब तक हुई टप्पेबाजी की घटनाओं से जो तथ्य सामने निकलकर आए हैं, उनसे साफ पता चल रहा है कि टप्पेबाज बेहद टेंड हैं, यह एक नजर में ही शिकार को पढ़ लेते हैं, उसके बाद उसको शिकार बनाते हैं। पुलिस सोर्स तो यहां तक दावा करते हैं कि यह अपने टारगेट को साइकोलॉजिकल भी रीड करते हैं जिसके बाद उनको टारगेट बनाते हैं।

नहीं छोड़ते हैं कोई सुराग

इनके शातिरपन का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि घटना को अंजाम देने के बाद ये तुरंत गायब हो जाते हैं। खास बात यह है कि मौके पर ये कोई क्लू भी नहीं छोड़ते हैं, जिनसे कि पुलिस को कोई सुराग हाथ लगे। यहीं कारण है कि पुलिस के हाथ इन तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।

पुलिस के हाथ खाली

टप्पेबाजों ने पुलिस की नींद हराम कर रखी है। पुलिस का खुफिया तंत्र को भी इनकी भनक नहीं लग रही है। पुलिस की जांच में यह बात सामने आई है कि यह दिल्ली के टप्पेबाज हैं। बताते हैं कि वहां पर जब शिकंजा कसता है तो फिर यह आसपास शहरों में जाकर वारदात को अंजाम देते हैं।

स्थानीय गैंग भी शामिल

पुलिस सोर्सेस की मानें तो बरेली के ही रहने वाले बदमाश दिल्ली में जाकर टप्पेबाजों के गैंग में शामिल हो गए। फिर वहां से ट्रेनिंग लेकर बरेली वापस आ गए और अब बरेली में एक के बाद एक वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। बैग चोरी करने में दो से तीन युवकों की जरुरत पड़ती है। इसके लिए गैंग ने लोकल में रहने वाले युवकों को भी अपने गैंग में शामिल किया है। जिससे उन्हें वारदात को अंजाम देने में भी आसानी होती है।

बाइक के साथ आटो का भ्ाी इस्तेमाल

टप्पेबाजों का गैंग बाइक के साथ-साथ आटो का भी यूज कर रहा है। चलती कार से तेल टपकने के बहाने बैग निकालने वाले सदस्य आटो से भी चलते हैं। जैसे ही बैग गायब किया जाता है उसे आगे चलकर आटो में बैठे सदस्यों को दे दिया जाता है और वह आसानी से फरार हो जाते हैं।

बदल देते हैं एरिया

चोर सिटी के सभी एरिया में वारदातों को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन वे मौका पाकर अपना एरिया बदल देते हैं। जैसे एक वारदात को बारादरी एरिया में अंजाम देने के बाद दूसरी वारदात को दूसरे थाना के एरिया में अंजाम दिया जाता है। इसकी मेन वजह है कि पुलिस कंफ्यूज रहे और उन्हें आसानी से न पकड़ सके।

सभी थानों को दी गई जिम्मेदारी

टप्पेबाजों के गैंग को पकड़ने की जिम्मेदारी सभी थानों को दी गई है। इसके लिए डीआईजी ने एसपी सिटी व एसपी क्राइम के साथ मीटिंग भी की थी। पुलिसकर्मियों को चौराहों पर सादी वर्दी में तैनात रहने के लिए कहा गया है। मुखबिरों को भी लगाया गया है, लेकिन अभी तक गैंग पुलिस के हाथ नहीं आया है। हालांकि पुलिस के हाथ कुछ अहम सुराग जरूर लगे हैं।

बाक्स--शिकार बनाने में इस तरह के फंडे अपनाते हैं

-यह गाड़ी में मोबिल बहने की बात कहकर चूना लगाते हैं।

-यह नोट गिरा देते हैं और फिर दूसरे से कहते हैं कि आपका नोट गिर गया है। जैसे ही वह लेने जाते हैं उसको चूना लगाकर भाग जाते हैं।

-यह