बरेली में 304 दिन में 284 ने गवायीं जान

व‌र्ल्ड रिमेंम्बरेंस डे फार रोड ट्रैफिक विक्टिम पर संजय कम्युनिटी हाल में वर्कशाप का आयोजन

वर्कशाप में बच्चों को शपथ दिलाने के साथ रोड एक्सीडेंट के लाइव वीडियो दिखाकर किया गया अवेयर

BAREILLY: स्पीड थ्रिल्स बट किल्स, रेस्पेक्ट रेड डोंट शेड ब्लड, डेंजर्स ड्राइविंग लीडस टू एनीथिंग जैसे स्लोगन वाली स्लाइड दिखाकर संजय कम्युनिटी हाल में व‌र्ल्ड रिमेंबरेंस डे फॉर रोड ट्रैफिक विक्टिम पर आयोजित वर्कशॉप में स्कूली बच्चों को ट्रैफिक रूल्स के प्रति अवेयर किया गया। वर्कशॉप में कमिश्नर ने बच्चों को ट्रैफिक रूल्स फॉलो करने के की शपथ दिलायी। बच्चों ने शपथ ली कि वे क्8 साल से कम उम्र होने पर बिना लाइसेंस बिना हेलमेट पहनकर और मोबाइल पर बात करते हुए वाहन नहीं चलाएंगे।

बरेली में अक्टूबर माह तक फ्0ब् दिनों में ख्8ब् लोगों ने अपनी जान गवायीं ये आंकड़े अपने आप में सारी हकीकत बयां कर रहे हैं। इस दौरान डीआईजी आर के एस राठौर, डीएम संजय कुमार, एसएसपी धर्मवीर यादव, डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर शिवपूजन त्रिपाठी, एसपी ट्रैफिक ओम प्रकाश यादव व अन्य पुलिस, प्रशासन, परिवहन निगम और आरटीओ के अधिकारी व सैकड़ों स्टूडेंट मौजूद रहे।

मर्डर से ज्यादा एक्सीडेंट में होती है मौतें

वर्कशॉप में वीडियो के माध्यम से ट्रैफिक रूल्स फालो करने के बारे में बताया गया। यही नहीं अलग-अलग सिटी में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद लाइव एक्सीडेंट के वीडियो भी दिखाए गए। इनमें दिखाया गया कि हाई स्पीड में गाड़ी चलाने, अचानक मुड़ने, रेड लाइट में चौराहा पार करने, सड़क पार करने में जेब्रा लाइन का प्रयोग न करने, वाहनों में ओवर लोड यात्रियों के चलने आदि कारणों से लोगों की या तो जान चली गई या फिर वो अपंग हो गए। वर्कशॉप में डीआईजी आर के एस राठौर ने बताया कि मर्डर से ज्यादा एक्सीडेंट में लोगों की जान जाती है देश में ख्0क्फ् में एक लाख फ्8 हजार लोगों की जान गई। उन्होंने बच्चों को हेल्मेट प्रयोग करने और स्पीड में व्हीकल न चलाने की रिक्वेस्ट की। डीआईजी ने रक्षाबंधन पर बुखारा मोड़ पर डग्गामार वाहन पलटने से महिला की मौत और कई लोगों के घायल होने की घटना का भी जिक्र किया।

बरेली में ख्0क्ब् में अब तक हुए एक्सीडेंट

एक्सीडेंट डेथ इंजर्ड

म्9म् ख्8ब् ब्फ्क्