बरेली (ब्यूरो)। मॉडर्न एज के यूथ फिट और गुड लुकिंग दिखने की चाह में खुद की ही सेहत बिगाड़ रहे हैैं। बॉडी को हाइप करने की चाह में तरह-तरह के स्टेरॉयड का इस्तेमाल उनके द्वारा धड़ल्ले से किया जा रहा है। इसके नुकसान उनके लिए किस हद तक हो सकते हैं, कई लोग तो इसे जानते नहीं तो कई जान बूझ कर इसे नजरंदाज करते नजर आते हैं। ऐसे में यह स्टेरॉयड उनकी हेल्थ को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाने लगता है।

क्या है स्टेरॉइड
स्टेरॉयड बॉडी का इस्तेमाल तब तक बढिय़ा है, जब तक उसे सीमित टाइम तक लिया जाए। स्टेरॉयड दवा होती है, जो बीमारियों को दूर करने में मददगार होती है। इसका इस्तेमाल मेटाबॉलिज्म, इम्यूनिटी और मसल्स को फिट करने में किया जाता है। यह मांसपेशियों और हड्डियों को हाइप करने में भी हैल्पफुल होता है।

खुद न बनें हेल्थ एक्सपर्ट
विशेषज्ञों का कहना है कि सोशल मीडिया के जमाने पर लोग खुद ही हेल्थ एक्सपर्ट बन जाते हैैं। ऐसे में वे सोशल मीडिया पर देख-देखकर सप्लीमेंट और गेनर यूज करने लगते हैं। इसका नुकसान उनकी बॉडी पर पड़ता है। यहां तक एक्सिस ऑफ गेनर का इस्तेमाल करने से लोगों की मौत तक हो जाती है।

वेट गेनर बीमारी की वजह
मार्केट में तरह-तरह के गेनर लोगों के लिए इजिली अवेलेबल हैैं, जिसे बहुत से जिम ट्रेनर मसल्स गेन करने के लिए बड़े आराम से रिकमंड कर रहे हैं। लोग भी उन्हें इसलिए खा रहे हैैं कि जल्द से जल्द उनकी बॉडी बन जाए। उनकी फिजिक भी अच्छी दिखने लगे। इस चाह में वे भूल जा रहे हैं कि यह ही उनकी बीमारी की वजह बनता जा रहा है। इन गेनर का सीधा असर उनके लीवर, इंटेस्टाइन्स और हार्ट आदि पर पड़ता है।

कहां होता है असर
ब्लडप्रेशर : डॉ। सौरभ गोयल ने बताया कि स्टेरॉयड का यूज वजन बढ़ाने और स्टेमिना को बूस्ट करने के लिए होता है। यह ही स्टेरॉयड ब्लडप्रेशर बढ़ाने और शुगर जैसी बीमारी को भी न्योता देता है।

मांसपेशियां हो जाती हैं वीक : अधिक स्टेरॉइड का इस्तेमाल करने से मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैैं। शरीर, चेहरे पर छोटे-छोटे हेयर आ जाते हैैं। बॉडी में शुगर लेवल बढ़ जाता है। डॉक्टर का कहना है कि डायबिटीज पेशेटेंट्स को तो इससे दूर ही रहना चाहिए।

इम्यून सिसटम भी प्रभावित : स्टेरॉयड लेने से इम्यून सिसटम सबसे ज्यादा प्रभावित होता है। बिना किसी प्रोफेशनल की सलाह के लोग वेट गेनर और स्टेरॉयड लेने लगते हैैं, जो लॉन्ग टर्म तक यूज करने के बाद बॉडी को वीक करने लगता है। लगातार स्टेरॉयड का इस्तेमाल इम्यून रेस्पॉन्स पर असर डालता है। लोग बॉडी बनाने के लिए टेस्टेस्टेरोन गेन करने के लिए इंजेक्शन लगने लगते हैैं। इसके इस्तेमाल से नेचुरली ग्रो करने वाले टेस्टेस्टेरोन भी बनना कम हो जाते हैैं।

लीवर : स्टेरॉयड का सीधा असर लीवर पर पड़ता है। जब कोई भी स्टेरॉयड लेता है तो वो डॉयरेक्ट पेट में एंटर करता है और इससे एसिडिक एक्टिविटी इंक्रीज हो जाती है। इसके बाद लीवर पर ज्यादा प्रेशर पड़ता है।

किडनी : किडनी पर सबसे ज्यादा असर वेट गेनर का पड़ता है। किडनी में पथरी जैसी समस्याएं बढऩे लगती हैं। इसके अलावा ब्लड में कई ब्लॉकेज भी हो जाते हैैं।

नेचुरल चीजों का करें सेवन
डाइट में नेचुरल चीजों को शामिल करें जैसे नट्स, केला, मिल्क, एवोकैडो, सोयाबीन, दाल और सैल्मन आदि। इससे बॉडी को नुकसान भी नहीं होगा और बॉडी भी फिट रहेगी। कई बार बॉडी को फिट रखने के लिए लोग कैफीन, लैसिक आदि का इस्तेमाल भी करने लगते हैैं। कार्बोहाइडे्रट भी कम खाते हैं। फुलऑन प्रोटीन डाइट पर चले जाते हैैं। इसकी वजह से बॉडी को काफी नुकसान होता है।

लोगों ने बताया अपना एक्पीरिएंस
केस 1- हर्ष ने बताया कि जब वह जिम ज्वाइन करने के लिए गए थे तब उनके ट्रेनर ने उन्हें 5000 का वेट गेनर रिकमंड किया था। कहा था कि इसकी मदद से उनकी बॉडी जल्द ही बन जाएगी। गेनर का इस्तेमाल करने की वजह से उनकी बॉडी बन तो गई, लेकिन उसके इस्तेमाल से बॉडी पर कई माक्र्स पड़ गए और स्किन भी सेंसिटिव हो गई है।

केस 2- अंश ने बताया कि वह पतले हैं इसलिए उन्होंने जिम ज्वाइन किया। इसके बाद उनके ट्रेनर ने उन्हें मास गेनर और सपलीमेंट प्रिफर किया, जिसे दिन में दो बार लेना था। इसके रेगुलर यूज से उनकी डाइट इनक्रीज हुई, बॉडी भी बनी, लेकिन जैसे ही इसका इस्तेमाल बंद किया बॉडी पुराने शेप में आ गई और डाइट भी पहले जैसी हो गई है।

केस 3- आकांक्षा ने बताया कि उन्हें भी बॉडी को फिट रखने के लिए सपलीमेंट प्रिफर किए गए थे। उससे बॉडी फिट होने की बात उन्हें बताई गई थी, लेकिन उन्होंने बताया कि इसके इस्तेमाल से उनकी बॉडी का वेट काफी हद तक बढ़ गया। इसके अलावा बॉडी में कई तरह की बीमारियां अलग से आ गईं।


स्टेरॉयड का इस्तेमाल कम करना चाहिए। इसके बजाए नेचुरल चीजों का सेवन करना चाहिए, जिससे उनकी बॉडी फिट एंड हैल्दी रहेगी। कई ऐसी चीजे हैैं जैसे कि अंडा, दाल, केला आदि जिससे बॉडी फिट रहेगी।
डॉ। सौरभ गोयल, फिजीशियन