-सुभाषनगर के मढ़ीनाथ में मां और पत्‍‌नी के सामने युवक ने गोली मारी

-एक घंटे पहले ही घर पहुंचा था युवक, परिवार का रो-रोकर बुरा हाल

BAREILLY: मेरा नाम अन्नू मिश्रा है, मेरी बात दो टूक और एक होती है। कुछ इसी लहजे में मोबाइल पर बात करते हुए मढ़ीनाथ में स्कूल प्रिंसिपल के बेटे ने खुद को गोली मारकर जान दे दी। परिजन उसे हॉस्पिटल लेकर गए, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने मौके से 315 बोर का तमंचा और उसके दोनों मोबाइल कब्जे में ले लिए हैं। मां ने भी सीओ से सुसाइड की वजह जानने की कोशिश की। पुलिस और फील्ड यूनिट पर मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की।

15 दिन पहले गया था घर से

अनुराग उर्फ अन्नू मिश्रा, मढ़ीनाथ में नई बस्ती में बाबा बरलनाथ के पास रहता था। उसके परिवार में पिता छोटेलाल मिश्रा, मां विनोद मिश्रा, पत्‍‌नी नीतू मिश्रा, दो भाई राजीव और संजीव मिश्रा व अन्य हैं। वह बिजली फिटिंग का काम करता था। मां विनोद ने बताया कि वह अन्नू करीब 15 दिन पहले घर से नौकरी करने की बात कहकर निकला था। वह थर्सडे दोपहर करीब साढ़े 3 बजे घर पहुंचा। वह दवाई लेने गई थीं तो उन्हें फोन करके बुलाया। वह और नीतू घर के बाहर ही अलग-अलग चारपाई पर बैठी थीं कि अचानक अन्नू किसी से फोन पर बात करते हुए गया और खुद को तमंचे से गोली मार ली।

मेरे चार की वजह दो ही बेटे रह गए

बेटे की मौत के बाद पिता छोटेलाल मिश्रा का रो-रोकर बुरा हाल हो रखा है। वह रोते-रोते कहते हैं कि उनके चार बेटे राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न थे लेकिन अब दो ही बचे हैं। उनका बेटा संजीव करीब 15 साल पहले घर से गायब हो गया था जो अभी तब वापस नहीं लौटा। अन्नू के भी दो साल पहले बेटा हुआ था जिसकी मौत हो गई थी। वहीं मां विनोद मिश्रा ने बताया कि वह 15 साल की उम्र से शराब पीने का आदी हो गया था। वह पत्‍‌नी से भी झगड़ा करता था। नौकरी पर जाने के बाद भी उसने दो बार में भाई और पिता से खाने के लिए रुपए मंगाए थे। कुछ लोगों ने बताया था कि वह सुभाषनगर में ही कहीं रह रहा था। उसने अपनी बाइक भी बेच दी थी और नया मोबाइल खरीदा था। वह एक बार पहले भी ट्रेन से कटने की कोशिश कर चुका था। पति की मौत के बाद नीतू गम में डूब गई लेकिन उसकी सास ने उसे बेटी मानकर दूसरी जगह शादी कराने का भी दिलासा दिया।