- विहिप अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगडि़या ने देशद्रोहियों को फांसी देने को कहा

- जेएनयू मामले में सरकार ने दिखाया संकल्प, आर्थिक नीति से बढ़ी अमीरी और गरीबी

BAREILLY:

'संविधान के अनुसार देश के किसी भी हिस्से में देश विरोधी नारे नहीं लग सकते हैं। इसीलिए जेएनयू की घटना देशद्रोह है। ऐसा करने वाले पर मुकदमा हो और उसे कठोर दंड दिया जाए। ताकि देश की एकता को खंडित करने वाली शक्तियों पर अंकुश लगे' इसी तेवर के साथ वेडनसडे को विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगडि़या ने मंच संभाला। उन्होंने जेएनयू मामले पर कहा कि यह रोग कश्मीर से ही शुरू हुआ है। प्रत्येक फ्राइडे को वहां दूसरे देश के झंडे फहराए जा रहे हैं। जिन्हें पकड़कर देशद्रोही साबित करें और फांसी देनी चाहिए। गौरतलब है कि वेडनसडे त्रिवटीनाथ मंदिर में सामाजिक समरसता कार्यक्रम विहिप की बरेली शाखा की ओर से आयोजित किया गया था।

जमकर बरसे िवहिप अध्यक्ष

मंच से उन्होंने कहा कि दो दिन पहले कश्मीर में हुई आतंकवादी घटना में पांच सैनिक शहीद हुए। बावजूद इसके वहां की कुछ मस्जिदों से आतंकवादियों के समर्थन में ऐलान हुआ। सैनिकों पर पथराव भी किया गया। उन मस्जिदों को सील किया जाना चाहिए। पथराव करने वालों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाए। मुंबई में केस चलाकर उन्हें फांसी दी जाए। देशद्रोह रोकने को संकल्प चाहिए, जिसे सरकार ने कर दिखाया है। कश्मीर में भी हिम्मत दिखाने की जरूरत हैं। आरक्षण पर बताया जिन जातियों को आरक्षण मिल रहा है सौ फीसदी रोजगार उन्हें भी नहीं मिल रहा। क्योंकि शिक्षा की गुणवत्ता में कमी है। आर्थिक नीति ने अमीरी और गरीबी को बढ़ाया है। किसानों के खेतों पर सड़कें बन रहीं हैं। उन्होंने संसद में कानून बनाकर राममंदिर जल्द बनाने को कहा। ¨हदुओं को एकजुट होने का सुझाव दिया।