गोरखपुर (ब्यूरो)। सीनियर पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मुर्तजा एक लिटमस टेस्ट हैं जिसके इरादे काफी खतरनाक थे। उधर मुर्तजा का एक वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह सीएए-एनआरसी सहित अन्य मुद्दों पर कई आपत्तिजनक बातें कह रहा है। वहीं, नौतनवां कस्बे के एक गेस्ट हाउस से दो संदिग्ध पकड़े गए हैं,

करीबियों से जानकारी जुटा रही एटीएस

पुलिस हिरासत में मौजूद मुर्तजा से पूछताछ करके एटीएस की टीमें यह जानने की कोशिश कर रही हैं कि उसके संपर्क में कौन और कितने समय से था। पढ़ाई और नौकरी के दौरान मुर्तजा अब्बासी के साथ रहे लोगों से भी जानकारी लेने की तैयारी है। टीम यह जानना चाहती है कि उसकी गतिविधियां कैसी थीं। वह किन लोगों के संपर्क में था। पूछताछ के आधार पर सामने आए साक्ष्यों को जुटाकर ही जांच एजेंसी किसी नतीजे पर पहुंच सकेगी।

वेरीफिकेशन के बाद आगे कार्रवाई करेगी टीम

पुलिस और एटीएस की जांच में सामने आया है कि आरोपित मुर्तजा का संबंध सीरिया से था। अब वह किसके संपर्क में था? उसके रिश्ते कैसे थे? क्या बातें होती थी, जैसे सवालों का जवाब भी खोजा जा रहा है। जांच एजेंसियों की पूछताछ में मुर्तजा ने कई ऐसे तथ्य बताएं हैं जिनकी जांच गहराई से हो रही है। मुर्तजा के सगे-संबंधी, रिश्तेदार भी जांच के दायरे में हैं। सीरिया से लेकर इंडिया तक उसके रिश्तों की परत-दर परत खंगालने में सुरक्षा एजेंसियां लगी हैं।

सहारनपुर से युवक को उठाया, पूछताछ कर रही एटीएस

गोरखपुर के सिविल लाइंस में रहने वाले मुर्तजा का सहारनपुर के एक युवक के संपर्क में था। एटीएस ने उसे भी हिरासत में ले लिया है। वह इसके संपर्क में क्यों और कैसे आया है। इसकी छानबीन शुरू हो गई है। टीम से जुड़े लोगों का कहना है कि जल्द ही कुछ नई जानकारियां सामने आएंगी।

हरकतों पर नजर रखेंगी सुरक्षा एजेंसियां, टारगेट पर कई संदिग्ध

मुर्तजा के मामले की छानबीन में सामने आया है कि वह मुख्य प्रेरक अनवर अल अलाकी को मनाता था, जो यमन-अमेरिकी इमामा है। वह इस्लामिक अवेकिंग फोरम पर मुर्तजा कट्टर इस्लाम की बातें सुनता था और उनसे सवाल पूछता था। सीरिया, अरब क्रांति से संबंधित वीडियो देखा करता था। सीरिया कैम्प में शरणार्थी मुस्लिम विस्थापितों की सहायता हेतु बनाए गए अकाउंट को भी फॉलो करता था। मुर्तजा के मामले की जांच के बाद इस तरह की हरकतों ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। नेपाल बार्डर से लेकर गोरखपुर शहर तक में ऐसे लोगों की छानबीन शुरू कर दी है जो कट्टर इस्लाम की बातें सुनते हैं। हालांकि ऐसे लोगों से तभी कोई पूछताछ की जाएगी जब उनका कोई कनेक्शन मुर्तजा या किसी अन्य संदिग्ध गतिविधियों से जुड़ा पाया जाएगा।

नौतनवां में पकड़े गए दो संदिग्ध, पूछताछ जारी

मुर्तजा का मामला सामने आने के बाद से नेपाल बार्डर पर निगरानी बढ़ा दी गई है। नौतनवां कस्बे के एक गेस्ट हाउस में दो संदिग्ध पकड़े गए हैं, जिनके पास से इंडिया का नक्शा, एयरगन सहित कुछ संदिग्ध वस्तुएं मिली हैं। दोनों वाराणसी से आने के बाद गेस्ट हाउस में ठहरे थे। इनपुट मिलने पर सुरक्षा एजेंसियों ने उनको हिरासत में ले लिया।

जांच में यह भी आया है सामने

- हमलावर अहमद मुर्तजा अब्बासी कनाडा से सीरिया जाने की तैयारी में था।

- आईएसआईएस से प्रभावित होने की वजह से फंडिंग करता था।

- जॉब की तलाश में जाने के बहाने 20 लाख रुपए का इंतजाम किया था।

- गोरखनाथ मंदिर पर हमले के बाद बचने का कोई चांस नहीं था। इसलिए हमला किया।

- एक विशेष समुदाय के साथ गलत होने, हिजाब, सीएए और एनआरसी पर उसे गुस्सा आता था।

- वह काफी दिनों से कट्टरपंथी हो गया था। विचारधारा वालों को फॉलो करता था।

- सिद्धार्थनगर के नेपाल बार्डर पर असलहा न मिलने पर उसने बॉका खरीदा।

- आईएसआईएस के आतंकी भी बांका जैसा हथियार इस्तेमाल करते हैं। इसलिए उसने बांका खरीद लिया।