गोरखपुर (ब्यूरो)।जिले में नौ हेल्थ सेंटर्स पर हेल्थ एटीएम मशीन लगाई जा चुकी है। 10 और पहुंच चुकी है और 15 नई मशीनें आने की उम्मीद है। ऐसे में एटीएम मशीन इसलिए दी जा रही है, ताकि मरीजों की तत्काल जांच कर उनका इलाज शुरू किया जा सके।

पांच मिनट में 59 जांचे

सरकार की ओर से लगाए जा रहे हेल्थ एटीएम के जरिए महज दो से पांच मिनट में 59 तरह की जांचें कराई जा सकती है। जिन नौ सेंटर्स मशीनें लगाई गई हैं, उनमें से ज्यादातर खराब है और कई जगह जांच किट नहीं होने से ब्लड-पेशाब की जांच नहीं हो पा रही है। अभी तक हेल्थ एटीएम से टेली कसंल्टेंसी भी शुरू नहीं हो सकी है।

नहीं शुरू हो सकी जांच

सीएम योगी आदित्यनाथ ने 14 सितंबर 2022 को चरगांवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जिस हेल्थ एटीएम मशीन का उद्घाटन किया था। छह माह बाद भी उस सेंटर पर ब्लड-पेशाब की जांच शुरू नहीं हो पाई है। केवल वजह ब्लड प्रेशर और मोटापा आदि की जांच ही हो पा रही है। छह माह में मात्र 260 जांचें ही हुई हैं। जांच के लिए दो लैब टेक्नीशियन ट्रेनिंग ले चुके हैं। लेकिन आज तक वहां जांच किट नहीं पहुंची। फिजिकल जांच भी एक दिन में मात्र पांच-छह मरीजों की ही होती है। नया प्राथमिक स्वास्थ्य सेंटर पीपीगंज में हेल्थ एटीएम लगभग एक माह से बंद है। लैब टेक्नीशियन की तैनाती न होने से जांच नहीं हो पा रही है।

बाहर से करानी पड़ रही है जांच

डॉ। रमेश कुमार शुक्ला ने बताया कि अब कर्मचारी आ गए हैं, शीघ्र ही जांच शुरू कर दी जाएगी। उरुवा प्राथमिक स्वास्थ्य सेंटर पर जबसे मशीन लगी है, तब से खराब है। मरीजों की ब्लड-पेशाब व ईसीजी आदि जांच बाहर करानी पड़ रही है। प्रभारी डॉ। जेपी तिवारी ने बताया कि तकनीकी खराबी के कारण ब्लड संबंधी जांच नहीं हो पा रही है। इसकी शिकायत कंपनी के इंजीनियर से की गई है। मशीन बनते ही जांच शुरू कर दी जाएगी। यहीं स्थिति अन्य हेल्थ एटीएम की भी है। कहीं मशीन खराब है तो कहीं जांच किट नहीं। टेली कंसल्टेंसी तो अभी इस मशीन से किसी स्वास्थ्य सेंटर पर शुरू नहीं हो पाई है।

जहां भी तकनीकी प्रॉब्लम आ रही है उसे ठीक कराया जा रहा है। अभी कुछ जगहों की जांच किट नहीं आई है। किट आते ही उन मशीनों से जांच शुरू हो जाएगी।

- डॉ। आशुतोष कुमार दुबे, सीएमओ