गोरखपुर (ब्यूरो)। प्लास्टिक पार्क में 90 से अधिक औद्योगिक इकाइयां स्थापित हो रही हैं। इस पार्क की स्थापना पर करीब 70 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। पार्क की स्थापना के लिए स्पेशल परपज व्हेकिल (एसपीवी) के गठन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई। प्लास्टिक उत्पाद से जुड़े उद्यमियों के साथ सीईओ गीडा ने बैठक भी की है। सीईओ ने उद्यमियों को प्लास्टिक पार्क में दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। कच्चा माल एक बड़ी प्रॉब्लम होती है। इसके लिए गीडा भारत सरकार के उपक्रमों से समझौता करेगा। गेल के साथ बातचीत चल रही है। अन्य कंपनियों से भी संपर्क किया जाएगा। प्लास्टिक पार्क में पांच एकड़ जमीन वेयर हाउस के लिए ही दी जा रही है, जहां कंपनियां अपना माल रख सकेंगी। यहां कंपनियां अपना माल ले सकेंगे।

उद्यमियों का बचेगा ट्रांसपोर्टेशन खर्च

प्लास्टिक पार्क में ही कच्चा माल मिल जाने से उद्यमियों का ट्रांसपोर्टेशन का खर्च बच सकेगा। उद्यमियों ने अन्य प्रदेशों में दी जा रही सुविधाओं का हवाला देते हुए यहां भी उसी तरह की सुविधा देने की मांग की है। उद्यमियों ने कहा कि बिजली दरों में छूट दी जाए और सस्ते दर पर कच्चा माल उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने उनकी मांग शासन तक पहुंचाने की अपील की है। गीडा सीईओ ने उद्यमियों की मांगें उचित स्तर तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है। प्लास्टिक पार्क के लिए चयनित स्थल पर शीघ्र ही विकास कार्य शुरू कराए जाएंगे।

प्लास्टिक पार्क की स्थापना की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। उद्यमियों के साथ बैठक कर उन्हें यहां मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बताया गया है। उनकी भी कुछ मांग है। जिसे शासन तक पहुंचाया जाएगा। कच्चे माल के लिए गेल से समझौता किया जाएगा। इससे उद्यमियों को सस्ते दर पर कच्चा माल मिल सकेगा। जल्द ही प्लास्टिक पार्क में विकास कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।

- पवन अग्रवाल, सीईओ गीडा