गोरखपुर ब्यूरो। निगम ने कंज्यूमर्स की सहूलियत के लिए मीटर रीडरों को बिल बनाने के साथ ही भुगतान लेने की भी सुविधा दी है। इसके लिए मीटर रीडरों के मोबाइल फोन में व्यवस्था की गई है। मीटर रीडिंग एजेंसी ने रीडिंग करने वालों के मोबाइल वॉलेट में रुपए जमा किए हैं। जैसे ही रीडर कंज्यूमर का बिजली का बिल जमा करता है, वॉलेट से रुपए कटकर बिजली निगम के खाते में जमा हो जाते हैं। रीडिंग एजेंसी को इसके एवज में कमीशन मिलता है। बिल जमा करने के बाद मीटर रीडर कंज्यूमर्स को रसीद भी देता है।

पांच से 15 रुपए मिलती है छूट

मीटर रीडर बिल बनाते हैं तो निगम की ओर से एक निश्चित समयसीमा तक बिल जमा करने पर पांच से 15 रुपए तक की छूट दी जाती है। समयसीमा पूरी होने के बाद छूट नहीं मिलती है। हर महीने

बिल जमा करने वाले कंज्यूमर समयसीमा के भीतर बिल जमा कर छूट पाते हैं। मीटर रीडरों के पास बिल जमा करने पर छूट नहीं मिल पा रही है।

वर्जन

बिजली बिल कलेक्शन के लिए मीटर रीडर के वॉलेट में रिचार्ज करने में कंपनी देरी कर रही है। साथ ही जहां तक छूट का सवाल है तो इस संबंध में कंपनी के जिम्मेदारों से बात की जाएगी।

राजेंद्र प्रसाद, चीफ इंजीनियर