गोरखपुर (ब्यूरो)।टीबी अस्पताल में मैनपॉवर की कमी है तो चौरीचौरा स्वास्थ्य केंद्र के ऑक्सीजन प्लांट में ऑक्सीजन की शुद्धता नहीं हैं। जबकि पिछले दिनों मॉकड्रिल में भी व्यवस्थाएं चौपट मिलीं। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अगर कोरोना का ग्राफ बढ़ता है तो इंतजाम नाकाफी होगा।

नाम का टीबी अस्पताल, मैनपॉवर की कमी

नंदानगर में 100 बेड का टीबी अस्पताल सिर्फ नाम का रह गया है। एसआईसी डॉ। एके वर्मा ने बताया कि यहां पर मैनपॉवर की कमी हैं। कई बार शासन को पत्र लिखा गया, लेकिन अभी तक मैनपॉवर की कमी दूर नहीं की जा सकी है। जबकि अस्पताल में टीबी पेशेंट्स की जांच, इलाज और उन्हें एडमिट करने की सुविधा के साथ अन्य पेशेंट्स के इलाज की भी बेहतर व्यवस्था हैं। प्रसव के लिए लेबर रूम, दांत और आंख के पेशेंट के इलाज की अच्छी सुविधा है। सभी तरह की पैथोलॉजी जांच, टीबी पेशेंट्स के लिए अलग से एक स्पेशल विंग है। टीबी अस्पताल डॉक्टर्स, स्टाफ नर्स, वार्ड ब्वॉय, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है।

चौरीचौरी सीएचसी में ऑक्सीजन प्लांट का सेंसर खराब

चौरीचौरा सीएचसी का भी हाल बेहाल है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम शनिवार को वार्ड में पहुंची। यहां 15 बेड का कोविड वार्ड बनाया गया है। साफ-सफाई दुरुस्त मिली, लेकिन बेडों पर चादर तक नजर नहीं आए। वहीं, ऑक्सीजन प्लांट की पड़ताल की तो हैरान कर देना वाला सच सामने आया। टीम ने प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ। आरके सिंह से जब ऑक्सीजन प्लांट के संचालन के बारे में बातचीत की तो उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट का सेंसर खराब है। इसे प्रतिदिन 3 घंटे चलाना चाहिए। तब यह प्योरिटी मेंटेन रखेगा। इसकी मरम्मत के लिए कंपनी को पत्र लिखा गया है। हालांकि अगर पेशेंट्स की संख्या बढ़ी तो कंसट्रेंटर से काम चलाया जाएगा। कोविड की दवाएं उपलब्ध हैं।

अस्पतालों में मैनपावर की कमी है। इसे दूर करने के लिए शासन को पत्र लिखा जा चुका है। जल्द ही समस्याओं को दूर कर लिया जाएगा।

डॉ। आशुतोष कुमार दुबे, सीएमओ

बेंगलुरू से लौटा इंजीनियर मिला संक्रमित

बेंगलुरू से गोरखपुर लौटे एक इंजीनियर में कोरोना की पुष्टि हुई है। बताया गया है कि पेशे से साफ्टवेयर इंजीनियर संक्रमित बीती 26 दिसंबर को फ्लाइट से गोरखपुर पहुंचा। अगले दिन उसकी तबीयत खराब हुई। इसके बाद 28 दिसंबर को युवक ने डॉक्टर की सलाह पर अपना सैंपल कोविड जांच के लिए प्राइवेट पैथोलॉजी को दिया। प्राइवेट पैथोलॉजी की आरटीपीसीआर जांच में युवक संक्रमित मिला है। इसके बाद हड़कंप मच गया। आनन-फानन में रैपिड रिस्पांस टीम ने युवक से संपर्क किया। शनिवार को टीम उसके घर जाएगी। युवक के संपर्क में आए लोगों की पहचान की जा रही है। एडिशनल सीएमओ डॉ। एके सिंह ने बताया कि इसके साथ ही जिले में पहली लहर से अब तक 68,428 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें से 67,556 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। 866 लोगों की मौत हो चुकी है। इस समय जिले में एक्टिव पेशेंट्स की संख्या चार है।