गोरखपुर (ब्यूरो).स्वस्थ होने का शेयर किया एक्सपीरियंस

केस 1

मिर्जापुर निवासी बलराम ठाकुर बताते हैैं कि अचानक से फीवर हुआ। फीवर का टेम्प्रेचर कम होने का नाम ही नहीं ले रहा था। डाक्टर की सलाह पर डेंगू की जांच के बाद शरीर बेहद कमजोर हो गया, लेकिन घर में मच्छरदानी में रहते हुए प्रॉपर दवा का सेवन किया। इसके साथ ही फल में कीवी, नारियल पानी लगातार लेते रहे। तीन दिन बाद भोजन लेना शुरू किया। डेंगू में भूख नहीं लगने के कारण शरीर बेहद कमजोर हो गया है। अब पहले से बेहतर है।

केस 2

गीताप्रेस निवासी मनीष वर्मा बताते हैैं कि फीवर हुआ। लेकिन यह नहीं पता था कि डेंगू हो गया है, लेकिन जब जांच करवाई तो डेंगू की पुष्टि हुई। उसके बाद से होश उड़ गया। हिम्मत नहीं हारे। भूख नहीं लगती थी, ऐसे में घर वालों ने मच्छरदानी में ही बकरी का दूध, कीवी, कच्चे पपीता और पपीता का पत्ता पीसकर सेवन किया। तब जाकर आराम मिला। स्वस्थ होने में एक हफ्ता लग गया।

घबराने की जरूरत नहीं है

जिला अस्पताल के सीनियर फिजीशियन डॉ। राजेश कुमार बताते हैैं कि डेंगू होने पर घबराने की जरूरत नहीं है और ना ही एंटीबॉयोटिक लेने की जरूरत है। दवा में सिर्फ पैरासिटामॉल और ओआरएस की घोल लेते रहें। कीवी और नारियल का पानी सेवन करें। ताकि कमजोरी न हो। मच्छरदानी में रहें। भूख नहीं लगने पर परेशान न हों।

डेंगू के लक्षण

- डेंगू से संक्रमित होने के बाद से इसके लक्षण 3 दिन से लेकर 14 दिनों तक बने रहते हैैं।

- डेंगू की शुरुआत में तेज बुखार, सिर दर्द, आंखों के पीछे दर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में तेज दर्द, थकान, मितली, उल्टी, त्वचा पर लाल चकत्ते और भूख ना लगने जैसे लक्षण हैैं।

कैसे होता है डेंगू

- एडीज मच्छर के काटने से होता है डेंगू

- 3 से 14 दिनों तक रहते हैैं डेंगू के लक्षण

- खानपान का रखना है ख्याल

इन चीजों के खाने से करना है परहेज

- मसालेदार या फ्राइड फूड

- मसालेदार खाना

- कैफीन वाले ड्रिंक्स

- नॉनवेज खाने से रहें दूर

डेंगू के बुखार में इनका करें सेवन

- पपीते का पत्ता

- अनार

- नारियल का पानी

- हल्दी

- मेथी

- संतरा

- ब्रोकली

- पालक

- कीवी

डेंगू होने पर घबराने की जरूरत नहीं है। घर में रहते हुए स्वस्थ हो सकते हैैं। बुखार होने पर अगर उतर नहीं रहा है तो डाक्टर की सलाह से ही दवा लें। डेंगू की जांच करवाने के बाद पैरासिटामॉल और ओआरएस के घोल से ठीक हो सकते हैैं। फल, फ्रूट्स का सेवन करें।

अंगद सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी