गोरखपुर (ब्यूरो)।इसकी पुष्टि बीआरडी मेडिकल कालेज के गायनी डिपार्टमेंट में हाई रिस्क वाली 350 से अधिक महिलाओं के ऊपर हुई स्टडी में हुई है।

ओपीडी में आने वाली पेशेंट्स पर स्टडी

बता दें, बीआरडी मेडिकल कालेज के गायनी डिपार्टमेंट की एचओडी प्रो। डॉ। आदित्य वाणी के निर्देशन में सीनियर रेजीडेंट ने ओपीडी में आने वाली हाई रिस्क वाली 350 महिला पेशेंट्स पर स्टडी की, जिनकी उम्र 25-40 वर्ष थी। इलाज के दौरान ली गई केस हिस्ट्री के दौरान यह पता चला कि यह महिलाएं बिना चिकित्सीय परामर्श के कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का इस्तेमाल खुद से कर रही थीं। इस कारण उन्हें थ्राम्बोसिस, माइग्रेन, हाइपर टेंशन आदि जैसी बीमारियां हुईं। हालांकि, गायनकोलॉजिस्ट का मानना है कि इसके कांट्रासेप्टिव पिल्स के इस्तेमाल से नुकसान ज्यादा नहीं है, लेकिन बिना डाक्टर के सलाह के इसका सेवन करना गलत है।

ज्यादा सेवन से हो सकती हैैं इमोशनलेस

प्रो। आदित्य वाणी बताती हैैं कि अनचाहे गर्भ से बचने के लिए महिलाएं कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स लेती हैं। कुछ महिलाएं ऐसी भी होती हैं, जो लंबे समय तक इन गोलियों का सेवन करती रहती हैं। ऐसा करने से उन्हें सेहत से जुड़ी कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। स्टडी के मुताबिक, कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स के ज्यादा सेवन से महिलाओं का इमोशन खत्म हो सकता है और वे इमोशनलेस हो सकती हैं। इतना ही नहीं लगातार कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स खाने से जान भी जा सकती है। इसलिए इन गोलियों का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें।

क्या हैं साइड इफेक्ट

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के गायनी डिपार्टमेंट की एक्स एचओडी प्रो। रीना श्रीवास्तव ने बताया, हार्मोन साइकिल बिगड़ सकती है, जो कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स मुंह से ली जाती हैं। मतलब ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव गोलियां हार्मोन्स बेस्ड होती हैं। अगर इनका सेवन बिना डॉक्टर की सलाह पर किया जाता है तो पूरी बॉडी का हार्मोन चक्र गड़बड़ा सकता है।

जोखिम भरा है कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का यूज

कुछ कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स कॉम्बिनेशन पिल्स होती हैं, इनका सेवन जानलेवा हो सकता है। इनके इस्तेमाल से ब्लड क्लाटिंग बनने लगता है, डीप वेन थ्राम्बोसिस, फेफड़ों पर क्लॉट बनने, स्ट्रोक या हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ सकता है। इसके सेवन से तेज सिरदर्द या माइग्रेन की भी शिकायत हो सकती है। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह इस तरह के पिल्स का सेवन नहीं करना चाहिए।

कभी नहीं करना चाहिए कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स का सेवन

- प्रेग्नेंसी में गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल न करें।

- ऐसी महिलाएं, जिनकी उम्र 40 या उससे ज्यादा है।

- ऐसी महिलाएं जो धूम्रपान, शराब या किसी तरह का नशा करती हैं।

- अधिक वजन या मोटापे की शिकार महिलाएं।

- किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन करने वाली महिलाएं।

डॉक्टर की सलाह लेकर करें इस्तेमाल

गायनकोलॉजिस्ट डॉ। बबिता शुक्ला बताती है कि जब भी कोई गर्भनिरोधक गोली लिखी जाती है तो मरीज की डिटेल हिस्ट्री की जांच होती है। कभी-कभी महिलाएं कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स अपने मन से यूज करती हैं, इससे कुछ परेशानियां हो सकती हैं। बीच में ब्लीडिंग होने की समस्या हो सकती है और माहवारी अनियमित हो सकती है। कुछ किशोरियां व महिलाएं अपने मन से ले लेती हैं। इससे बहुत ज्यादा अधिक ब्लीडिंग हो सकता है, महिला की जान को खतरा हो सकता है।