- ठेले व दुकानों पर बिक रहे कटे फल, संक्रमण बीमारी को दे रहे दावत

- प्राइवेट व सरकारी अस्पतालों में पहुंच रहे मरीज

GORAKHPUR: भीषण गर्मी में रोड साइड बिकने वाले कटे फल का लोग जबरदस्त इस्तेमाल कर रहे हैं। हलक को तर करने और भूख को मिटाने के लिए इसे राहत का सामान समझ रहे हैं। मगर हकीकत में यह राहत नहीं, बल्कि बीमारी को दावत देने के सामान हैं। डॉक्टर्स की मानें तो इनसे फौरी तौर पर तो राहत मिल जाएगी, लेकिन बाद में यह बीमारी का सबब बन रहे हैं। इस मौसम में संक्रमण की चपेट में आने के बाद लोग बीमार होकर प्राइवेट व सरकारी हॉस्पिटल में पहुंच रहे हैं।

डेली आ रहे हैं सैकड़ों पेशेंट्स

गर्मी बढ़ने के साथ ही पेशेंट्स की तादाद भी बढ़ गई है। डेली सैकड़ों पेशेंट्स प्राइवेट और सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। सिर्फ संक्रमण अस्पताल की बात करें तो यहां पर रोजाना 20-25 पेशेंट्स इलाज के लिए आ रहे हैं। वहीं जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में यह आंकड़ा दो से तीन गुना ज्यादा है। वहीं प्राइवेट हॉस्पिटल्स में भी काफी तादाद में पेशेंट्स का इलाज हो रहा है।

बीमार कर रहा जहरीला जूस

गर्मी व लू के थपड़े ने सभी का जीना दूभर कर दिया है। किसी तरह से लोग अपनी प्यास बुझाने के लिए जहरीले जूस का सेवन कर रहे हैं, जो उन्हें बीमार बना दे रहा है। इतना ही नहीं शास्त्री चौक के पास ठेले पर कटे फल बेचे जा रहे हैं, जिस पर मक्खियां भिनभिना रही हैं। मगर चिलचिलाती धूप में खुद को रिफ्रेश करने के लिए लोग कटे-फटे फल भी खा ले रहे हैं, जिसका असर उन्हें बाद में नजर आ रहा है। हालत यह है कि स्वास्थ्य विभाग की नाक के नीचे ही फल बेचे जा रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए हैं।

बर्फ भी है एक वजह

आम तौर पर लोग इस गर्मी में ठंडे पेय पदार्थो का धड़ल्ले से सेवन करते हैं। जबकि उन्हें यह नहीं पता कि जो पेय पदार्थ है वह दूषित बर्फ से बना है। फलों का जूस हो या फिर सड़क के किनारे बिकने वाले गोले और शिकंजी। सभी में गंदे बर्फ का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे बड़ी तादाद में लोग बीमार हो रहे हैं और हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं।

यह बिकता है

शास्त्री चौक, कचहरी चौक, बेतियाहाता, असुरन पालीटेक्निक, असुरन चौक, गीतावाटिका, मेडिकल रोड

पब्लिक को चाहिए कि इस गमर मौसम में डिब्बा बंद जूस का इस्तेमाल करें। खुले में बिक रहे फल और जूस का इस्तेमाल बिल्कुल न करें। यह उन्हें बीमार बना सकते हैं। साथ ही जहां तक मुमकिन हो आरो वॉटर का सेवन ज्यादा से ज्यादा करें।

डॉ। बीके सुमन, फिजिशियन

मार्केट में जो कटे फल व खुले में जूस बेचे जा रहे हैं। इस पर लगाम लगाने के लिए खाद्य अधिकारी के पास लेटर लिखा गया है। टीम गठित कर उन पर जल्द ही कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए हैं।

डॉ। रविंद्र कुमार, सीएमओ