- सिटी के नर्सिग होम, क्लीनिक, पैथोलॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटर के लिए आया नया गाइडलाइन

- कोविड प्रोटोकॉल को लेकर सभी को करना होगा सख्ती से पालन

GORAKHPUR:

चाहे सरकारी हो या फिर प्राइवेट नर्सिग होम, क्लीनिक, पैथोलॉजी व डायग्नोस्टिक सेंटर्स सभी को कोविड प्रोटोकॉल के नए नियमों का पालन करते हुए कोविड मरीजों व सामान्य मरीजों की सेवा करनी है। इसके लिए शासन के निर्देश पर हेल्थ डिपार्टमेंट ने छह प्वाइंट की गाइडलाइन जारी की है। सीएमओ ने इसके लिए सभी सरकारी व प्राइवेट नर्सिग होम को निर्देश भी जारी कर सख्ती से पालन के लिए एडिशनल सीएमओ को जिम्मेदारी भी सौंप दी है।

कोविड प्रोटोकॉल का करना है पालन

बता दें, कोरोना के एक तरफ जहां केसेज 14 हजार से अधिक पहुंच चुका है। वहीं, स्वस्थ होने वालों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। लेकिन जो बाकी बीमारियां हैं। उनके इलाज के लिए कोविड प्रोटोकॉल का पूरा ख्याल रखते हुए निर्देश जारी किए गए हैं सीएमओ डॉ। श्रीकांत तिवारी ने बताया कि महानिदेशक डॉ। डीएस नेगी ने पत्र के जरिए सभी एडी हेल्थ, मंडलीय और जिला स्तरीय चिकित्सा अधीक्षकों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को हॉस्पिटल के संबंध में आठ बिंदुओं की तरफ ध्यान दिलाते हुए दिशा-निर्देशित किया है। पत्र में कहा गया है कि भारत सरकार की अनलॉक गाइडलाइन-4 को ध्यान में रखते हुए हॉस्पिटल की सभी इमरजेंसी सुविधाएं, ओपीडी, डायग्नोस्टिक और अन्य संबंधित सेवाओं को जनहित में निर्बाध तरीके से संचालित किया जाए। इन सेवाओं के दौरान दिशा-निर्देशों के अनुसार सावधानी रखी जानी है। कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत छह प्रकार के व्यवहार का शत-प्रतिशत अनुपालन करते हुए ही सरकारी और प्राइवेट हॉस्पिटल का संचालन किया जाना है। इस संबंध में महानिदेशक, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा ने सभी जिलों के सक्षम अधिकारियों को पत्र भेज कर दिशा-निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि कोविड के प्रसार की रोकथाम में हॉस्पिटल की अहम भूमिका है। ऐसी जगह पर मरीजों का ही आना होता है। लिहाजा अतिरिक्त सतर्कता बरते जाने की आवश्यकता है।

सरकारी व प्राइवेट हॉस्पिटल को इनका करना होगा पालन

- सभी पेशेंट्स, उनके तीमारदार और डॉक्टर्स को हर वक्त मास्क का इस्तेमाल करते रहना होगा।

- दो गज की फिजिकल डिस्टेंस की दूरी का पूरी तरह से पालन किया जाएगा।

- सेनेटाइजर का यूज सुनिश्चित किया जाएगा।

- हॉस्पिटल के साफ- सफाई का विशेष ध्यान रखा जाएगा।

- हॉस्पिटल को दिन में दो बार सेनेटाइज किया जाएगा।

- पेशेंट्स के साथ आ रहे तीमारदारों की संख्या सीमित रखी जाएगी।

- हॉस्पिटल में ऐसे जगह भी बनाए जाएंगे, जहां कोरोना के संभावित पेशेंट्स को अलग रखा जाय और उनकी कोरोना जांच के बाद ट्रीटमेंट किया जाए।

वर्जन

सरकारी हॉस्पिटल में कोविड बिहैवियर की निगरानी संबंधित रीजनल एडिशनल सीएमओ और वहां के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी करेंगे। जिले के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल की भी निगरानी की जाएगी। जिसकी जिम्मेदारी एसीएमओ डॉ। नीरज कुमार पांडेय और निगरानी टीम को सौंपी गई है। शासन के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए ही सर्विसेज दी जाएंगी।

डॉ। श्रीकांत तिवारी, सीेएमओ