गोरखपुर (ब्यूरो)। फिजिकल हो या डिजिटल प्लेटफॉर्म। दोनों ही जगहों पर जालसाज दो दर्जन से अधिक आइडियाज से लगातार गोरखपुर में ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं और पब्लिक मुंह ताकती रह जा रही है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट जालसाजों के आइडियाज को इस रिपोर्ट में शेयर कर रहा है, ताकि पब्लिक जालसाजों की मॉड्स ऑर्पेंडी को समझ सके।

जालसाज बदलते रहते हैं आइडिया

जालसाज हमेशा ही पब्लिक और पुलिस से एक कदम आगे चलता है। समय और सिचुएशन को देखते हुए जालसाज अपना आइडिया भी बदलते रहते हैं। इसलिए पब्लिक को खुद अवेयर होना बेहद जरूरी है।

इन आइडियाज से रहें सावधान

। सड़क पर आंटी नमस्ते बोलकर ठगी।

। गाड़ी की बोनट पर मोबिल फेंक कर इसकी जानकारी देकर ठगी।

। बैंक में रुपए गिनने के नाम पर गड्डीबाजी।

। कम दाम पर असली सोना देने के नाम पर ठगी।

। पुलिस बनकर ठगी।

। सेल्समैन बन घर पर बर्तन और सोना चमकाने के नाम पर ठगी।

। सड़क किनारे फर्जी जॉब से रिलेटेड पंप प्लेट लगा ठगी।

। पैसे दोगुना करने की लालच देकर ठगी।

। वाट्सएप पर लिंक भेजकर खाली कर दे रहे अकाउंट।

। फेसबुक, वाट्सएप पर क्लोज दोस्त या रिश्तेदार की फोटो लगाकर ठगी।

। सोशल मीडिया पर जॉब के नाम पर ठगी।

। खाली प्लॉट दिखाकर आशियाना बनाने के नाम पर ठगी।

। ओएलएक्स या सोशल मीडिया के अन्य प्लेटफार्म पर गाड़ी या घर बेचने के नाम पर ठगी।

। बिजली का बिल जमा कराने के नाम पर ठगी।

। क्लोज रिश्तेदार बन कॉल करके ठगी।

। विदेश भेजने के नाम पर ठगी।

। ऑनलाइन प्लेटफार्म पर फेक वेबसाइट बना ठगी।

। सेक्सटार्शन से ठगी।

। ऑनलाइन लोन के नाम पर ठगी।

। गल्र्स को एयर हॉस्टेज बनाने के नाम पर ठगी।

। रिमोर्ट कंट्रोल एप डाउनलोड करा ठगी।

। फर्जी शादी डॉट कॉम बनाकर ठगी।

। ऑनलाइन खरीदारी के नाम पर ठगी।

। सोशल मीडिया पर विज्ञापन का लिंक भेजकर ठगी।

। लाटरी या कार जीतने का दावा कर ठगी।

एक माह में आए केस

साइबर अपराध केस

सेक्सटार्शन 02

स्टाकिंग, बदनाम करना 02

कस्टमर केयर, हेल्पलाइन 02

यूपीआई बेस्ड फ्रॉड 06

व्यापारी बनकर ठगी 2-3

इस तरह बरतें सावधानी

- फिजिकल रूप में हमें सड़क पर अंजान लोगों की बात में कतई नहीं आना चाहिए।

- किसी भी वेबसाइट के यूआरएल को चेक करें कि वो द्धह्लह्लश्चह्य से शुरू हो रहा है या नहीं, जिसमे ह्य यह दर्शाता है कि ये वेबसाइट सिक्योर कनेक्शन में कनेक्टेड है।

- पासवर्ड बनाने से पहले ये ध्यान रखें कि वो यूनिक और कठिन हो, हर ऑनलाइन अकाउंट के लिए अलग पासवर्ड रखें।

- पासवर्ड में अपर केस, लोअर केस, नंबर और स्पेशल करेक्टर का कॉम्बीनेशन रखें। 45 दिन में अपना पासवर्ड जरूर बदलें।

- अपने प्राइमरी ई-मेल अड्रेस को कभी सोशल मीडिया साइट्स के लिए यूज न करें।

- अगर कोई अकाउंट का इस्तेमाल नहीं करते, अकाउंट्स को हमेशा लॉगआउट करते हैं तो उसे डिलिट कर दें।

- सोशल मीडिया अकाउंट्स पर अपने वीडियो, फोटो को शेयर करते समय वॉटरमार्क का यूज करें।

- अज्ञात विज्ञापन वाले लिंक या आए ईमेल पर क्लिक करने से बचें।

- अपना प्राइवेट और बैंकिंग डिटेल्स किसी के साथ फोन या ईमेल और एसएमएस के जरिए शेयर ना करें।

- वैध कस्टमर केयर नंबर कभी भी 10 अंको का मोबाइल नंबर नहीं हो सकता है।

- अपने मोबाइल फोन से अश्लील फोटो, वीडियो क्लिक करने और शेयर करने से बचें। जो लीक होने पर शर्मिंदगी का कारण बन सकता है।

ठगी की घटनाएं

24 अगस्त 2023: मोबाइल पर युवक की गर्लफ्रेंड बनकर ठग लिए पैसे।

21 अगस्त 2023: खजनी में असली बोलकर 12 लाख रुपए में बेच दिए नकली सोने के सिक्के

18 अगस्त 2023: कैंट एरिया में कॉल सेंटर कर ब्रिटिश नागरिकों से ठगी करने वाली गैंग का खुलासा।

10 अगस्त 2023. कैंट के बेतियाहाता में आंटी बोलकर उतरवा लिए गहने।

10 अगस्त 2023: राजघाट एरिया में कार पर मोबिल गिरने का झांसा देकर बिजनेस मैन से ठगी।

सभी नगरवासियों से मैं अपील करना चाहता हूं कि कुछ अपराधी गैंग बनाकर ठगी या टप्पेबाजी की घटना करते हैं, जिनको भी ठगा जाता है, उसे पहले विश्वास में लिया जाता है। मैं बताना चाहुंगा कि पुलिस हमेशा वर्दी पहनकर ही चेक करती है। अगर कोई खुद को सादे कपड़े में पुलिस बोले तो उसकी बात पर कतई ध्यान देने की जरूरत नहीं है। नजदीकी थाने या फिर 112 पर इसकी सूचना दे सकते हैं।

डॉ। गौरव ग्रोवर, एसएसपी गोरखपुर