गोरखपुर (ब्यूरो)।बैठक में नगर आयुक्त ने निर्देश दिया कि हर वार्ड में जलभराव वाले स्थानों व नाले नालियों की सफाई फिर से करा ली जाए। इसके साथ ही जिन स्थानों पर सर्वाधिक जलभराव की स्थिति होती है। वहां पर पहले से ही पंप लगवा दिए जाएं, ताकि किसी को परेशानी न होने पाए। बैठक में लापरवाही करने वालों को सख्त हिदायत दी। उन्होंने कहा, बरसात के दिनों में किसी तरह की लापरवाही सामने आई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बता दें, दैनिक जागरण आईनेक्स्ट लगातार जलभराव वाले स्थानों, नालों में गंदगी, शहर में सफाई के अभाव के मुद्दे को उठा रहा है। इसका संज्ञान लेकर नगर निगम प्रशासन अब कोई कोर कसर नहीं छोडऩा चाहता है कि पब्लिक को किसी प्रकार की परेशानी हो।

इंद्रप्रस्थपुरम कॉलोनी, कटनिया में लगेगा पंप

बैठक में बताया कि इंद्रप्रस्थपुरम कॉलोनी, कटनिया के पास जलभराव ज्यादा होता है। इस पर नगर आयुक्त ने वहां पंप लगाने का निर्देश दिया। मेठ मजीद के कार्य में लापरवाही मिलने पर चेतावनी देते हुए स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया। नगर आयुक्त ने कहा कि जोनल अफसर, सफाई निरीक्षक एवं सुपरवाइजर आपस में सामंजस्य बनाकर कार्य करें। सभी एक दूसरे का मोबाइल नंबर लेकर एक दूसरे के संपर्क में रहें।

नालों से हटाएं अवैध अतिक्रमण

नगर आयुक्त गौरव सिंह सोंगरवाल ने निर्देश दिया कि सफाई कार्य युद्ध स्तर पर कराए जाएं। नाले-नालियों की सफाई में सारे संसाधन व मैनुअल पावर लगाकर कराया जाए। नालों पर किए गए अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त कराया जाए। बैठक में अपर नगर आयुक्त दुर्गेश मिश्र, सहायक नगर आयुक्त डॉ। मणि भूषण त्रिपाठी व अन्य मौजूद रहे।

इन इलाकों में होता सर्वाधिक जलभराव

नगर निगम के अनुसार सर्वाधिक जलभराव सिद्धार्थनगर कॉलोनी, इंद्रप्रस्थपुरम कॉलोनी, आजाद नगर पूर्वी, तारामंडल के निचले इलाके, रसूलपुर, दरियाचक भट्टा, चक्सा हुसैन, भेडिय़ागढ़, इंदिरानगर, गोपलापुर, शक्तिनगर, धोबीगली, साकेतनगर, रुस्तमपुर, शिवाजीनगर, धर्मशाला, इलाहीबाग, लालडिग्गी, साहबगंज, गीता प्रेस, रेती चौक, मायाबाजार, घोषकंपनी, दाउदपुर, बेतियाहाता, इंजीनियर कालेज, राप्तीनगर, ग्रीन सिटी, विजय चौक आदि पर होता है। अधिकांश जगहों पर पंपों की व्यवस्था कर दी गई है। सफाई सुपरवाइजर और जोनल अफसरों को दोबारा जलभराव वाले स्थानों पर साफ सफाई के निर्देश दिए गए हैं।

फैक्ट एंड फीगर

नगर निगम में कुल 80 वार्ड

सिटी में बडे नाले - 17

मझोले नाले - 117

छोटे नाले - 127

नालों की कुल लंबाई - 2,58,829

बड़ी पोकलेन मशीनें - 7

जेसीबी - 10

सफाई में जुटे कर्मचारी

80

तीसरे चरण में नाला सफाई अभियान पहले से चल रहा है। बुधवार को जोनल अफसरों, सुपरवाइजरों व अन्य के साथ बैठक कर बरसात से पहले सभी वार्डों में व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का निर्देश दिया गया। इसके साथ वार्डों में दिक्कतों की जानकारी ली गर्ई।

- गौरव सिंह सोगरवाल, नगर आयुक्त