गोरखपुर कैसा लगा?

- गोरखपुर पहली बार आई हूं। यहां के लोगों में सादगी बहुत है। यहां का खाना बहुत टेस्टी है। मैैं शेफ हूं, इसलिए खाने के टेस्ट को पहचानती हूं।

मास्टर शेफ में जाने का ख्याल कैसे आया?

- मुझे बचपन से ही खाने में एक्सपेरिमेंट करने का शौक था। यह मेरी मां जानती थी। जब मास्टर शेफ सीजन-2 स्टार्ट हुआ, तब मेरी मदर राधिका ने मेरा फार्म फिल कर दिया। इससे मुझे मास्टर शेफ जाने का मौका मिला। वहां मैैंने कभी भी जीतने के लिए डिश नहीं बनाई। मैैं डेली कुछ नया करती थी।

आपकी फेवरेट डिश क्या है?

- मेरी फेवरेट डिश याम मूज है। इसके अलावा कैरेट केक, जिसे गरम मसाला के साथ बनाया था, वह भी काफी पसंद है। इस केक को फिल्म स्टार अक्षय कुमार ने भी काफी पसंद किया था और कॉम्पटीशन में दो बार खाया था। मुझे मास्टर शेफ में बहारा नसीं और नूरे परदा डिश ने विनर बनाया था। बहारा नसीं फिश से बनी एक डिश थी जबकि नूरे परदा एक केक।

मास्टर शेफ से क्या चेंज आया है?

- मास्टर शेफ ने मैरिड वूमेंस के कॅरियर को ही चेंज कर दिया। घर के किचन में रह कर सुसरालीजन के लिए इंडियन फूड बनाने वाली वूमेंस अब पूरे देश में जानी जा रही हैं। साथ ही अब किचन में भी रह कर वूमेंस नेम फेम का सपना देख रही है। इस शो के बाद गर्ल्स में भी किचन के प्रति क्रेज बढ़ रहा है।

गोरखपुराइट्स के लिए कुछ कहना चाहेंगी?

- कामयाबी का कभी कोई समय नहीं होता। लाइफ में अगर कोई बुरा हादसा हो जाए तो उससे घबराना नहीं चाहिए। बल्कि उससे खुद को और मजबूत कर प्रयास करना चाहिए। क्योंकि मेहनत कभी जाया नहीं जाती। बुरे समय के बाद हमेशा अच्छा समय आता है।

Report by : Abhishek Singh