गोरखपुर (ब्यूरो)। अब पेशेंट्स के बेड पर प्लांट के जरिए सीधे ऑक्सीजन पहुंचेगा। सिलेंडर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। इससे मरीजों को जान बचाने में आसानी होगी। जिला अस्पताल में प्रतिदिन 1800-2000 तक की ओपीडी चल रही है। मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। महिला आर्थो वार्ड की बात करें तो यहां की स्थिति बहुत खराब थी। पिछले दिनों जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में यह मामला उठा तो समिति ने एनएचएम के माध्यम से 3.50 लाख रुपए से वार्ड का कायाकल्प कराने का निर्देश दिया। इसके बाद वहां भर्ती महिलाओं को नई बिल्डिंग में बच्चों के वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। वहां उनका उपचार चल रहा है।

आएंगे नए गद्दे, चादर

वार्ड में अभी पुराने बेड, गद्दे, चादर व अन्य सामान इस्तेमाल किए जाएंगे। वार्ड लगभग तैयार हो चुका है, इसलिए ये सामान रखे जा रहे हैं। नई बिल्डिंग से पेशेंट्स को यहां एक-दो दिन में शिफ्ट कर दिया जाएगा। नए गद्दे, चादर व अन्य सामान के लिए शासन को पांच लाख रुपए के बजट का प्रस्ताव भेजा गया है।

शासन को नए गद्दे, चादर आदि के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। एप्रूवल मिलने के बाद खरीदारी की जाएगी। अभी पुराने गद्दे-चादरों को धुलवाकर इस्तेमाल किया जाएगा। वार्ड लगभग तैयार हो चुका है। केवल पंखे बदले जा रहे हैं।

- डॉ। जेएसपी सिंह, एसआईसी, जिला अस्पताल