गोरखपुर (ब्यूरो)।पैसेंजर्स बस के इंतजार में खड़े रहे, लेकिन बसें होने के बाद भी उनका सफर शुरू नहीं हो सका। आनन-फानन में परिवहन निगम का आदेश आने के बाद मैनुअल टिकट के जरिए बसों का ऑपरेशन शुरू हुआ।

मैनुअल टिकट, हुआ विवाद

रोजवेज के जिम्मेदारों की मानें तो ये मशीनें इंटरनेट के माध्यम से रोडवेज के सर्वर से सीधे जुड़ी होती है। बसों में बुकिंग व टिकट की स्थिति इससे क्लीयर हो जाती है। अचानक सर्वर डाउन होने से मशीनों ने काम करना बंद कर दिया। कंडक्टर को मैनुअल टिकट बनाना पड़ा। जिसकी वजह से बसों का संचालन प्रभावित रहा। मैनुअल टिकट बनने की वजह से कंडक्टर व पैसेंजर्स से विवाद भी हो रहा है। विवाद से बचने को लेकर कंडक्टर कम दूरी का टिकट नहीं बना रहे हैं। इससे रोडवेज की आय भी प्रभावित हुई।

दी गई हैं ई-टिकटिंग मशीन

गोरखपुर रीजन में करीब 750 बसों का संचालन विभिन्न डिपो से किया जाता है। पैसेंजर्स की सुविधा के लिए कैशलेस की व्यवस्था की गई हैं। इसके लिए परिवहन निगम की ओर से रीजन में 755 टच स्क्रीन ई-टिकटिंग मशीन दी जा चुकी है। इसके जरिए पैसेंजर्स को टिकट दी जाती है। मंगलवार को सर्वर डाउन होने की वजह से ईटीएम मशीन की सेवा ठप हो गई। इसकी जानकारी कंडक्टर्स ने गोरखपुर रेलवे बस स्टेशन और राप्तीनगर कचहरी बस स्टेशन के एआरएम को दी। रोडवेज प्रशासन ने मैनुअल टिकट कंडक्टर्स को उपलब्ध कराया। इसके बाद बसों का संचालन हो सका।

यूपी में सर्वर डाउन होने की वजह से ईटीएम मशीन काम करना बंद कर दिया है। इसके बाद कंडक्टर्स को मैनुअल टिकट उपलब्ध कराया गया। ताकि पैसेंजर्स को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो सके।

- पीके तिवारी, आरएम गोरखपुर रीजन