- जिला अस्पताल में इन दिनों मरीजों के बढ़ गई संख्या

- अल्ट्रासाउंड के लिए लग रही भीड़, लेकिन मशीन नहीं ले रही लोड

GORAKHPUR: तुर्कमानपुर की नसीरा खातून पेट दर्द होने पर जिला अस्पताल पहुंची। ओपीडी में डॉक्टर को दिखाने के बाद जब उनके कहने पर अल्ट्रा साउंड के लिए पहुंची, तो उन्हें लेट बताते और मशीन खराब का हवाला देते हुए वापस लौटा दिया गया। यह परेशानी सिर्फ नसीरा की नहीं है, बल्कि शनिवार को जांच कराने के लिए ऐसे दो दर्जन से उपर मरीज अल्ट्रासाउंड कराने 12 बजे पहुंचे थे, लेकिन 11.30 बजे तक खुले रहने की बात कहते हुए मरीजों को वापस कर दिया गया।

मेडिकल स्टाफ भी परेशान

जिला अस्पताल में इन दिनों अल्ट्रासाउंड मशीन जांच के दौरान दगा दे जा रही है। कई बार टेक्नीशियन इसे ठीक कर चुके हैं, मगर इसका फायदा नहीं मिल पा रहा है। इससे जहां मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं अल्ट्रासाउंड आपरेट करने वाले मेडिकल स्टाफ भी परेशान हो जाते हैं। ठंड बढ़ने के बाद से लगातार जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ती चली जा रही है। पेट में दर्द की वजहों को तलाशने के लिए डॉक्टर अल्ट्रासाउंड जांच लिख रहे हैं। लेकिन पिछले चार-पांच दिनों से क्षेत्रीय निदान केंद्र में आने वाले मरीजों को अल्ट्रासाउंड के लिए चक्कर लगाना मजबूरी हो गया है।

ठंड में 11.30 तक ही एक्स-रे

जब दैनिक जागरण आईनेक्स्ट टीम रियल्टी चेक करने पहुंचा तो एक्स-रे रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लॉक करके कर्मचारी नदारद दिखा। उसके बाद एक्स-रे रूम में पहुंचा तो वहां कोई भी नहीं मिला। ठंड में 11.30 बजे तक एक्स-रे होता कहकर बाहर कर दिया गया। वहीं अल्ट्रासाउंड वाले रूम में जब टीम पहुंची तो अल्ट्रासाउंड के लिए फोटोकापी अनिवार्य है का स्टीकर लगा हुआ दिखा, लेकिन जिसकी ड्यूटी थी, वह नजर आए। जबकि बाहर चेयर्स पर मरीज व उनके तीमारदार बैठकर इंतजार कर रहे थे। गगहा से आए रामबहादुर ने बताया कि वे अपने पिता जी का अल्ट्रासाउंड कराने आए थे, लेकिन वापस कर दिया गया।

इनके ज्यादा मरीज

पेट संबंधी रोग

बैक्टीरियल इंफेक्शन

घुटने में दर्द

हड्डी के प्लास्टर

अल्ट्रा साउंड मरीजों के लिए निर्देश

- अल्ट्रा साउंड कराने से पहले पूर्व रेडियोलॉजी विभाग से समय ले लें

- खाली पेट रहें।

- पर्याप्त पानी पीएं और पेशाब रोककर रखें।

- यदि कैथेटर पेशाब की नली में लगी हो तो उसे बांध दें।

फैक्ट फीगर

जिला अस्पताल के ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या - 2200-2500

हड्डी के प्लास्टर के आने वाले मरीजों की संख्या - 230-450

पेट दर्द संबंधित मरीजों की संख्या - 425-550

अल्ट्रासाउंड के लिए आने वाले मरीजों की संख्या - 300-380

एक्स-रे के लिए आने वाले मरीजों की संख्या - 250-300

नोट - एक हफ्ते में आए मरीजों के आंकड़े औसत में हैं।

ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ी है। इलाज के दौरान जिनके अल्ट्रासाउंड या फिर एक्स-रे की जरूरत होती है। उनकी कराई जाती है। लेकिन समय से अगर अल्ट्रासाउंड कराने नहीं आता है, तो उसका अल्ट्रासाउंड नहीं होता है। मशीन में खराबी थी, टेक्नीशियन से मरम्मत करा दी गई है।

- अभय चंद श्रीवास्तव, एसआईसी