गोरखपुर (ब्यूरो).मतलब रोजाना औसतन 11 लोगों ने अपनी पीड़ा रजिस्टर्ड कराई। इस पर निगम अमले का दावा है कि एक से दो दिन के अंदर इन शिकायतों का निस्तारण भी कर दिया जा रहा है। पर कुछ मामले ऐसे भी हैं जो निस्तारित नहीं हुए हैं और लोग अभी भी परेशान हैं।

17 दिन में 196 कंप्लेन

नगर निगम की ओर से जारी हेल्पलाइन नंबर 8810709390 पर 10 अगस्त से लेकर 26 अगस्त तक कुल 196 शिकायतें आई हैं। इन शिकायतों में से ज्यादातर या तो नाली सफाई के लिए हैं या फिर कूड़ा उठाने के लिए। लोगों की शिकायत है कि उनके मोहल्ले में नियमित रूप से नाले-नालियों की सफाई नहीं होती। वहीं, कहीं-कहीं पर कूड़ा उठाने वाली गाड़ी हमेशा नहीं पहुंचतीं, जिसकी वजह से सड़क पर कूड़े का ढेर इकट्ठा हो जाता है।

दावा- 80 परसेंट कंप्लेन निस्तारित

शिकायतों के निस्तारण की हकीकत जानने के लिए दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने लोगों से फीडबैक लेने की कोशिश की। इस पर पब्लिक की मिली जुली हुई राय मिली। कुछ लोगों ने बताया कि शिकायत करने के बाद कार्रवाई हुई थी। मगर उसके बाद फिर से यह मामला ऐसे ही रह गया। कुछ लोगों ने बताया कि हमारी शिकायत के बाद दूसरे दिन मामले का निस्तारण हो सका।

केस 1: 2 माह से नहीं हुई फॉगिंग

सूर्यकुंड धाम निवासी प्रहलाद सिंह ने बताया कि उन्होंने दो दिन पहले अपने एरिया में फॉगिंग कराने के लिए कंप्लेन की थी, मगर अभी तक इस पर कोई एक्शन नहीं लिया गया है। साथ ही यह भी बताया कि उनके एरिया में काफी ज्यादा मच्छर हैं और दो महीने पहले फॉगिंग हुई थी।

केस 2

वार्ड नंबर 33 निवासी वीडी मणि त्रिपाठी ने बताया कि उनके मोहल्ले में नाली की सफाई नहीं हुई थी। इसकी वजह से नाली का पानी सड़क पर आ जाता था। शिकायत करने के बाद नगर निगम जागा और सफाई कराई।

केस 3: 1 हफ्ते से कूड़ा गाड़ी नहीं आई

सरस्वतीपुरम लेन 1 निवासी जय प्रकाश राय ने बताया कि उनके एरिया में कूड़ा उठाने के लिए पहले गाड़ी आती थी। मगर पिछले एक महीने से वह नहीं आ रही है। इसको लेकर उन्होंने कंट्रोल रूम में शिकायत की थी, जिसके बाद गाड़ी आई और कूड़ा साफ हो गया। मगर अब एक हफ्ते से फिर वही हाल है। कूड़े वाली गाड़ी फिर नहीं आ रही है।

केस 4

वार्ड नंबर 37 निवासी एसके दत्ता ने बताया कि उनके मोहल्ले में नाली की सफाई नहीं हो रही थी। इसके बाद उन्होंने कंट्रोल रूम में कंप्लेन की। इसके बाद नाली सफाई हो सकी।

कंट्रोल रूम में आ रही शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता से किया जा रहा है। जिन शिकायतों का निस्तारण किसी कारणवश नहीं हो पाया है उनको जल्द ही निस्तारित कर दिया जाएगा।

दुर्गेश मिश्रा, अपर नगर आयुक्त