गोरखपुर (ब्यूरो).कुशीनगर के कप्तानगंज की रहने वाली एक युवती ने चौरीचौरा थाने पर तैनात रहे दरोगा विनय कुमार के खिलाफ एसएसपी से शिकायत की थी। युवती का आरोप है कि दरोगा विनय कुमार ने कप्तानगंज थाना में तैनाती के दौरान अपने को अविवाहित बताते हुए उसे प्रेम जाल में फंसाया। इसके बाद पिछले पांच सालों तक उसका शारीरिक शोषण करता रहा।

दरोगा ने मंदिर में शादी भी की

युवती का आरोप है, जब उसने दरोगा पर शादी का दबाव बनाया तो वह टालमटोल करता रहा। उसकी तसल्ली के लिए उसने कप्तानगंज के एक मंदिर में शादी भी कर ली। साथ ही बाद में सामाजिक रूप से शादी करने का वादा भी किया। बाद में युवती को पता चला कि दरोगा पहले से शादीशुदा है। उसके दो बच्चे भी हैं। इस बात को लेकर दोनो में काफी विवाद होने लगा।

दो बार प्रेग्नेंट हुई और दो बार की सुसाइड की कोशिश

युवती का आरोप है, इस दौरान वह दो बार प्रेगनेंट भी हुई, लेकिन दरोगा ने दवा खिलाकर उसका गर्भपात भी करा दिया। दरोगा जहां भी तैनात रहा, वहां पर वह उसे बतौर पत्नी साथ रखता था। वह लोगों से उसे अपनी पत्नी ही बताता रहा। चौरीचौरा थाने में तैनाती के दौरान दरोगा और युवती के बीच विवाद हुआ तो युवती ने जहर खाकर और ट्रेन से कटकर खुदकुशी की भी कोशिश की।

पांच महीने से अधिकारियों के चक्कर काट रही थी पीडि़ता

लेकिन दरोगा ने इलाज कराकर और स्थानीय लोगों की मदद से उसे बचा लिया था। इसके बाद दोनों अलग हो गए। युवती दरोगा के खिलाफ शिकायत लेकर करीब पांच महीने पहले चौरीचौरा थाना पहुंची। लेकिन पुलिस ने उसकी शिकायत नहीं दर्ज की। बाद में मामले तूल पकड़ा तो तत्कालीन एसएसपी डॉ विपिन ताडा ने दरोगा विनय कुमार को सस्पेंड कर दिया।

एडीजी ने भी नहीं की मदद

इसके बाद से युवती उसके खिलाफ केस दर्ज कराने के लिए बीते पांच महीने से अधिकारियों के चक्कर काटती रही। वह एसएसपी से लेकर एडीजी अखिल कुमार तक से मिली, लेकिन किसी ने उसकी कोई मदद नहीं की। बीते शुक्रवार को युवती ने एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर से मुलाकात की। जिस पर एसएसपी ने दरोगा विनय कुमार के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दे दिया। पुलिस केस दर्ज कर आरोपी दरोगा की तलाश कर रही है।