गोरखपुर (ब्यूरो)। स्मार्ट मीटर वाले कंज्यूमर्स को छोड़ दें तो गोरखपुर जिले में 8.55 लाख कंज्यूमर्स का बिल हर महीने बनाया जाता है। बिल न बनने से कंज्यूमर को यह भी चिंता सता रही है कि समय से बिल न बनने पर अगले महीने ज्यादा बिल भरना पड़ेगा।

बिल जनरेट करने की रफ्तार सुस्त

पिछले वर्ष नवंबर महीने में मीटर रीडिंग के लिए नई एजेंसी क्वेश ने काम शुरू किया था। मगर अभी शुरुआत ही हुई थी कि पिछले दिनों कई मुद्दों को लेकर उसके कर्मचारी कार्यबहिष्कार पर चले गए। काफी मान-मनौवल के बाद किसी तरह मीटर रीडर्स काम पर लौट तो आए, लेकिन इसके बाद भी बिजली का बिल जनरेट होने की रफ्तार नहीं बढ़ सकी। इसकी वजह से बड़ी तादाद में कंज्यूमर्स का समय पर बिल नहीं बन पा रहा है और उनके अंडर भारी-भरकम बिजली के बिल का खौफ बढ़ता जा रहा है।

बिल न जमा करने में है नुकसान

विभागीय जिम्मेदारों की मानें तो यदि बिली का बिल हर महीने 300 यूनिट है, तो 150 यूनिट का 5.50 रुपए और शेष छह रुपए प्रति यूनिट की दर से भुगतान करना होता है। एक महीने बिल नहीं बना तो 600 यूनिट की खपत हो जाएगी। तब 150 यूनिट का 5.50 दूसरे 150 यूनिट का छह रुपए और बचे तीन सौ यूनिट में से दो सौ का भुगतान 6.50 रुपए प्रति यूनिट और सौ यूनिट का सात रुपए प्रति यूनिट देना होगा। इसी तरह लेट करने के साथ ही रेट बढ़ता चला जाता है।

अर्बन

खंड कंज्यूमर बिल बने

टाउन हाल 69896 37009

बक्शीपुर 73618 44188

मोहद्दीपुर 42026 26109

राप्तीनगर 42142 27106

गोरखपुर ग्रामीण प्रथम

कैंपियरगंज 74708 38194

चौरीचौरा 96248 50175

गोरखपुर ग्रामीण प्रथम 137537 81395

गोरखपुर ग्रामीण सेकेंड

कौड़ीराम 96776 48619

गोरखपुर ग्रामीण सेकेंड 139110 86234

सिकरीगंज 90080 40306

केस वन- मेडिकल रोड स्थित मुगलहा एरिया की रहने वाले प्रमिला सिंह के घर में दो किलो वॉट का कनेक्शन है। जनवरी माह में उनके मीटर की रीडिंग नहीं होने की वजह से समय पर बिजली का बिल नहीं पहुंचा। जिसे लेकर वह काफी परेशान है। उन्होंने बिजली निगम में कंप्लेन की है।

केस टू- नौसड़ के रहने वाले रवि यादव का कहना है कि घर का चार किलोवाट का कनेक्शन है। दो महीने से बिजली का बिल नहीं पहुंच रहा है। इसके बारे में जानकारी के लिए बिजली ऑफिस भी पहुंचा तो बताया गया कि जल्द ही बिल मिल जाएगा। लेकिन अभी तक न तो मीटर रीडर रीडिंग लेने पहुंचा और न ही बिजली का बिल मिल सका।

मीटर रीडिंग पर लगातार नजर रखी जा रही है। सभी कंज्यूमर्स का बिजली का बिल बनाया जाएगा। कंज्यूमर्स खुद भी अपनी मीटर रीडिंग डालकर ऑनलाइन बिल निकाल सकते हैं।

ई। राजेंद्र प्रसाद, चीफ इंजीनियर