गोरखपुर (ब्यूरो)।अब सभी जगहों से आने वाली शिकायतों के निस्तरण के लिए एडिशनल एसपी श्यामदेव बिंद को नोडल अधिकारी बनाया जाएगा। एक ही प्रकार की शिकायतों को फिल्टर कर उसे एक शिकायत मानकर निस्तारण कराएंगे। जिससे शिकायतों के निस्तारण में तेजी आएगी। ग्रेडिंग में भी सुधार होगा। इस संबंध में एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने बताया कि रूपरेखा तैयार की जा रही है जिसे जल्द लागू किया जाएगा।

शिकायत एक, बढ़ जाती है गिनती

गोरखपुर पुलिस की जनसुनवाई का अब स्वरूप थोड़ा बदलेगा। इसके लिए एसएसपी डॉ। गौरव ग्रोवर ने कार्ययोजना तैयार कर ली है। जल्द ही इसे लागू किया जाएगा। अभी तक अगर एक व्यक्ति अपनी एक ही शिकायत पुलिस ऑफिस, एडीजी या आईजी दफ्तार, आईजीआरएस व सीएम कैंप कार्यालय में करता है, तो उसे उतनी यानी 4 या 5 शिकायत माना जाता है। जिसके निस्तरण में समय लगता है और पुलिस को भी प्रॉब्लम होती है। साथ ही शिकायतों की फेहरिस्त लंबी हो जाती है। वहीं पुलिस की निस्तरण का ग्रेड व नंबर भी खराब होता है। इसलिए एसएसपी ने नया प्लान तैयार किया है।

एक आदमी, 20 शिकायत

पुलिस विभाग के पास एक ही आदमी कई लोगोंं के खिलाफ लगातार 10 से 15 या उससे ज्यादा शिकायतें कर रहा है। एक ही आदमी एक ही मामले में लगातार 20 से अधिक बार भी शिकायत कर रहा है। जिससे पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है। साथ ही गोरखपुर पुलिस की निस्तारण में लापरवाही की छवि बन रही है, इसलिए अब पुलिस इसे गंभीरता से लिया है। शिकायतों को निस्तारण करने के लिए एक नोडल अधिकारी नामित करेगा, जो शिकायतों का निस्तारण कराएगा। साथ ही यदि इस मामले में लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित पर कार्रवाई भी की जाएगी।

गोरखपुर पुलिस के सामने लगातार ऐसी शिकायतें आ रही है जो उसके लिए सिरदर्द बना हुआ है। कुछ लोगों ने आईजीआरएस पर शिकायत करना पेशा बना लिया है। ऐसे मामले को चिन्हित कराकर जांच कराई जाएगी। वहीं फर्जी शिकायत करने वालों पर कार्रवाई भी की जाएगी। वहीं अगर निस्तारण में पुलिसकर्मियों की लापरवाही आती है तो उनपर भी सख्त कार्रवाई होगी।

- डॉ। गौरव ग्रोवर, एसएसपी