गोरखपुर (ब्यूरो)। आरसीसी सड़क बनाते समय तो निर्माण सामग्री की गुणवत्ता जांची ही जा रही है, बन जाने के बाद भी सड़क के बीच से गोल हिस्सा काटकर निकाला जा रहा है। इसकी भी तकनीकी जांच कराकर सड़क की मजबूती परखी जा रही है। जीडीए वीसी प्रेम रंजन सिंह के निर्देश पर पिछले कई दिनों से अभियंताओं की टीम विभिन्न क्षेत्रों में जांच कर रही है।

शिकायत के बाद बनी कमेटी

जीडीए के सचिव उदय प्रताप सिंह, मुख्य अभियंता पीपी सिंह, अधिशासी अभियंता मुकेश अग्रवाल जीडीए की विभिन्न योजनाओं की प्रगति का निरीक्षण करने पहुंच रहे हैं। कई मोहल्लों से सड़क व नाली की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें आने के बाद जीडीए वीसी ने जांच के लिए टीम गठित कर दी। ठीकेदार कार्य के दौरान मनमानी न करने पाएं, इसके लिए औचक जांच कराई जा रही है।

70 करोड़ के हो रहे हैं काम

गोरखपुर शहर क्षेत्र में अवस्थापना निधि से करीब 70 करोड़ रुपये के काम कराए जा रहे हें। इसी तरह करीब 100 करोड़ रुपए की लागत से त्वरित आर्थिक विकास योजना के अंतर्गत सड़क व नाली का निर्माण किया जा रहा है। नगर निगम में शामिल हुए 32 नए गांवों में ये काम हो रहे हैं। इनमें से अधिकतर सड़कें आरसीसी बनाई जा रही हैं। सहायक अभियंता एवं अवर अभियंता मौके पर पहुंचकर सड़क व नाली में लगाई जा रही निर्माण सामग्री की गुणवत्ता देख रहे हैं, उसके बाद सड़क की मोटाई आदि भी जांची जा रही है। कमी मिलने पर कुछ स्थानों पर दोबारा निर्माण कराया जा रहा है।

सभी सड़कों की औचक जांच कराई जा रही है। जांच की प्रक्रिया लगातार चलती रहेगी।

पीपी सिंह, मुख्य अभियंता