गोरखपुर (ब्यूरो)।वहां हर जगह कैमरे लगे हैं। खतरा ज्यादा है हम पकड़े जाएंगे। लेकिन उसके साथियों ने बात नहीं मानी। उनका प्लान था कि किसी बुजुर्ग को निशाना बनाना है। अरुण पर दो केस, असलम पर 4 तो वही सकलैन पर 12 केस गैंगेस्टर, हत्या का प्रयास, हत्या आदि आरोप में गोरखपुर, कुशीनगर आदि जनपदों में दर्ज है।

कुशीनगर के हैं आरोपी

उनकी पहचान कुशीनगर के धरमपुर बुजुर्ग निवासी अरुण कुमार सिंह, अहिरौली निवासी असलम व सकलैन के रूप में हुई। पुलिस ने लूट के 20 हजार रुपए, तमंचा व घटना में इस्तेमाल की गई बोलेरो बरामद की है। तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेशकर पुलिस ने जेल भिजवा दिया। एक अन्य फरार धर्मेंद्र की तलाश में पुलिस जुटी है।

पेंशन निकालकर निकले

एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई, सीओ कैंट योगेंद्र सिंह, ट्रेनी सीओ अनुराग सिंह ने बताया कि 6 जून की दोपहर झंगहा के मोतीराम अड्डा के कोइरान तोला निवासी सुरेश यादव सूबा बाजार स्थित एसबीआई से पेंशन निकाले। तभी बोलेरो सवारों ने कहा कि वे रजनीश यादव के दोस्त हैं। चुकी बेलीपार निवासी एक रजनीश उनका रिश्तेदार हैं तो सुरेश गाड़ी में बैठ गए। इसके बाद रास्ते मे बदमाशों ने तमंचा सटाकर 28 हजार छीन लिया और गाड़ी से उतार दी। पुलिस केस दर्ज कर जांच में जुटी थी।

20 कैमरों से खुली घटना

पुलिस एसबीआई बैंक, रास्ते मे पडऩे वाले पेट्रोल पंपो सहित कुल 20 सीसीटीवी कैमरे चेक किए, जिसमें एक नीली बत्ती व हूटर लगी बोलेरो जिसपर मजिस्ट्रेट लिखा था वह ट्रेस हुई। गाड़ी नंबर के आधार पर पुलिस गाड़ी मालिक तक पहुंची। जिसके आधार पर बदमाश पकड़े गए।

आरोपी अरुण चलाता था नायब तहसीलदार की गाड़ी

पकड़ा गया आरोपी अरुण हाटा के नायब तहसीलदार की गाड़ी चलाता था, इसलिए उसने अपनी गाड़ी पर भी मजिस्ट्रेट लिखवाया था। उस दिन नायब तहसीलदार छुट्टी पर थे, जिस दिन इन्होंने घटना को अंजाम दिया था।