-फ्लेवर्ड हुक्का पिलाकर यंगस्टर्स को लगा रहे नशे की लत

-शहर में चल रहे आधा दर्जन हुक्का बार में लग रही यंगस्टर्स की भीड़

-फ्लेवर के जरिए नशे से जुड़ रहे शहर के युवा, खरीद रहे चीलम

GORAKHPUR:

गोरखपुर की भावी पीढ़ी में हुक्के का चलन तेजी से बढ़ रहा है। पहले उनमें सिगरेट का चलन था और वो जहां-तहां सिगरेट के धुएं का छल्ला बनाते नजर आते थे। लेकिन, अब भावी पीढ़ी अपना अधिकतर समय हुक्का गुड़गुड़ाते बिता रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य के लिहाज से ये दोनों शौक खतरनाक हैं, लेकिन बड़ी समस्या यह है कि कइयों को इस शौक के खतरे का अंदाजा तक नहीं है। हालांकि हुक्का बार संचालकों का दावा है कि बार में मिलने वाला हुक्का सिर्फ फ्लेवर्ड है। इसमें किसी तरह का नशा नहीं है। लेकिन लगातार पकड़े जा रही हेरोइन तस्करों से मिली जानकारी के बाद से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की टीम की निगाह अब गोरखपुर सहित प्रदेश भर के हुक्का बार पर टिक गई है।

स्कूलों-कोचिंग को बना रहे निशाना

नशा कारोबारियों के एजेंट हाई प्रोफाइल स्कूलों और कॉलेजों व कोचिंग सेंटर्स के आसपास भटकते रहते हैं। संपन्न परिवार के स्टूडेंट.स से दोस्ती कर पहले उन्हें हुक्का बार ले जाते हैं और नशे की लत पड़ने पर उन्हें तस्करों के संपर्क में लाते हैं।

नेपाल से आ रही नश्ो की खेप

नारकोटिक्स डिपार्टमेंट के मुताबिक, नेपाल के भीम दत्त, डांग, रुकुम, बुटवल, बर्दिया, कोयलाबासा, सिद्धार्थनगर और नेपालगंज में गाजे और भांग की बढ़े पैमाने पर खेती होती है। भांग से बनी चरस और गांजे को इन जिलों से यूपी और दिल्ली में लाकर बेचा जा रहा है। बढ़नी, जरवा, सोनौली और रुपईडिहा के रास्ते गोरखपुर सहित पूरे यूपी में तस्करी हो रही है। पिछले साल पकड़े गए तस्करों में सबसे ज्यादा संख्या नेपाली महिलाओं की थी। पकड़ी गई महिलाओं में कई यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में पढ़ाई कर रहीं थीं।

शहर में आधे दर्जन हुक्का बार

टीनएजर्स की बढ़ती नशे की लत से गोरखपुर में हुक्का बार का कारोबार बढ़ गया है। इसका अंदाजा इससे भी लगा सकते हैं कि पिछले तीन साल में करीब छह हुक्का बार शहर में खुल चुके हैं। यह शहर के गांधी गली गोलघर, इंदिरा बॉल विहार स्थित जीडी टॉवर, राजेंद्र नगर, मोहद्दीपुर और मेडिकल कॉलेज रोड और तारामंडल में चल रहा है।

सोशल मीडिया पर दे रहे स्कीम

शहर में चल रहे हुक्का बार हाई प्रोफाइल घरों के स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाले युवक-युवतियों को इससे जोड़ने के लिए सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके लिए बार संचालकों ने बकायदा व्हाटसएप ग्रुप से लेकर फेसबुक पेज तक बना रखा है। फेसबुक पर व्हाइट क्लाउड, स्मोकी ग्रीन, लांच 18 जैसे बार के पेज आपको आसानी से मिल जाएंगे। इस पर संचालक हुक्का पिलाने के लिए तरह-तरह की स्कीम भी दे रहे हैं।

तीन तरह के रेट

यहां हुक्का के अलावा आपको ब्रेक फास्ट और डिनर मिल जाएगा। लेकिन इनका मेन आइटम हुक्का है, जो तीन तरह के रेट में उपलब्ध हैं। छोटी साइज रेग्यूलर की शुरुआत करीब 550 रुपए से है। उससे बड़ी एक्सोटिक करीब 700 रुपए की और सबसे बड़ी साइज प्रिंस की शुरुआत 800 रुपए से होती है। इसमें दर्जनभर से अधिक फ्लेवर भी हैं। इन फ्लेवर्स में मघई पान, नाइट क्विन, एक्स ऑन द बीच, ब्रेन फ्रीज, डबल एप्पल मिंट, ग्रैप, ऑरेंज, सुपारी, रॉयल पान मसाला, सिगार, कमीश्नर, डब्ल गम, एम जाउना, हाई-5, ब्लू मिस्ट, स्टाबेरी, वॉटरमिलेन, पान रस, किवी ब्लास्ट, चॉकलेट, पिंक लेडी जैसे जमाम फ्लेवर माैजूद हैं।

पार्टी के लिए हो रही बार की बुकिंग

इतना ही नहीं शहर के हाई प्रोफाइल टीनएजर्स अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने के लिए भी हुक्का बारों की जबरदस्त बुकिंग कर रहे हैं। इसके लिए एक दिन की पार्टी के बार संचालक 50 हजार रुपए से लेकर लाखों रुपए भी वसूल कर रहे हैं।