-पूर्वोत्तर रेलवे से उत्तर मध्य रेलवे को देने का प्रस्ताव पहुंचा रेलवे बोर्ड के पास

- कानपुर सेंट्रल पर ट्रेनों का बोझ कम करेगा अनवरगंज रेलवे स्टेशन

KANPUR: सेंट्रल स्टेशन पर ट्रेनों के बोझ और लेटलतीफी को कम करने के लिए अब एनसीआर ने प्रयास शुरू कर दिए हैं। इसके लिए एनसीआर ने अनवरगंज स्टेशन को चुना है। पूर्वोत्तर रेलवे जोन के तहत आने वाले अनवरगंज स्टेशन को उत्तर मध्य रेलवे के क्षेत्राधिकार में देने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। इसके अलावा झांसी लाइन के पास एक रेल ओवर ब्रिज बनाने का प्रस्ताव भी है। जिससे झांसी रूट की ट्रेनों को आउटर पर नहीं रोकना पड़ेगा। इन दो योजनाओं पर काम आगे बढ़ने को लेकर भी आश्वस्त नजर आ रहे हैं।

आमान परिवर्तन का मिलेगा फायदा

अनवरगंज स्टेशन फिलहाल पूर्वोत्तर रेलवे में आता है। फर्रूखाबाद, कासगंज से बरेली तक आमान परिवर्तन का काम पूरा हो जाने के बाद अब इस रूट पर रेलवे ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। इस रूट पर कल्याणपुर तक इलेक्ट्रिफिकेशन का काम पूरा होने के बाद मेमू ट्रेन भी शुरू की जा चुकी है। ऐसे में दिल्ली हावड़ा रूट के बाईपास रुट के तौर पर भी इसे प्रयोग में लाने की रेलवे की योजना है। अभी जो ट्रेनें सेंट्रल स्टेशन से जम्मूतवी और पंजाब की ओर जाती हैं। उन्हें रेलवे अनवरगंज होते हुए बरेली के रास्ते से चलाने की योजना बना रहा है। ऐसे में अनवरगंज स्टेशन बतौर सेटेलाइट स्टेशन विकसित करने के लिए सबसे मुफीद है।

एनसीआर में शामिल हुआ तो।

कानपुर सेंट्रल के बाद शहर में तीन मुख्य स्टेशन हैं जहां से ट्रेनों को चलाया जा सकता है। पनकी और गोविंदपुरी स्टेशन दोनों ही दिल्ली हावड़ा रूट पर पड़ते हैं जिस पर पहले से ही ट्रेनों का भारी लोड हैं। वहीं अनवरगंज स्टेशन दिल्ली हावड़ा रूट से अलग बना है। ऐसे में अगर इसे उत्तर मध्य रेलवे के क्षेत्र में लाया जाता है तो अनवरगंज स्टेशन को एक खास क्षेत्र की तरफ जाने वाली ट्रेनों के लिए बतौर सैटेलाइट स्टेशन इस्तेमाल किया जा सकता है। यहां पर बने तीन प्लेटफार्मो पर 20 कोच की ट्रेनें आ सकती हैं।

ट्रैफिक कम करने की कवायद

पिछले दिनों यात्री पखवाड़ा के दौरान सेंट्रल स्टेशन आए सीईएम ने इस बात का खुलासा किया कि अनवरगंज स्टेशन को पूर्वोत्तर रेलवे से उत्तर मध्य रेलवे को देने के लिए प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। इस बाबत जब उत्तर मध्य रेलवे के सीपीआरओ विजय कुमार से बात की गई तो उन्होंने इसकी पुष्टि की। उन्होंने बताया कि जिन रूटों और स्टेशनों पर रेल टै्रफिक ज्यादा हैं उन स्टेशनों के आसपास सैटेलाइट स्टेशन विकसित करने की योजना चल रही है। अनवरगंज स्टेशन को भी इसी के योजना के तहत विकसित करने की संभावनाएं हैं जिस पर काम किया जा रहा है।

झांसी रूट पर ओवरब्रिज का प्रस्ताव

गोविंदपुरी स्टेशन के पास झांसी रूट की ट्रेनों को बाईपास के जरिए सीधे सेंट्रल स्टेशन निकालने के लिए भी एनसीआर की ओर से एक आरओबी बनाने का प्रस्ताव बोर्ड को भेजा गया है। इस ओवरब्रिज के बनने से झांसी रूट की तरफ से आने वाली ट्रेनों को सेंट्रल स्टेशन पर सीधे भेजा जाएगा। अभी झांसी रूट की ट्रेनों को गोविंदपुरी स्टेशन के पास आउटर पर रोकना पड़ता है। हावड़ा लाइन क्लियर होने के बाद ही झांसी लाइन से ट्रेनों को भेजा जाता है।

कानपुर सेंट्रल पर ट्रेनों के लोड को कम करने के लिए विकल्प देखे जा रहे हैं, अनवरगंज स्टेशन अगर एनसीआर में आ जाए तो यहां से जम्मू, पंजाब समेत पश्चिमी यूपी की तरफ जाने वाली ट्रेनों को चलाया जा सकता है।

- विजय कुमार, सीपीआरओ उत्तर मध्य रेलवे