जनता के सीधे और सपाट बेसिक से सवालों ने कानपुर और अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों को खूब उलझाया।

सुरेन्द्र मोहन अग्रवाल, समाजवादी पार्टी

कोई नई बात नहीं करप्शन

आज देश में भ्रष्टाचार बड़ा मुद्दा है। ऐसा नहीं है कि यह पहले नहीं हुआ। पहले भी होता था करप्शन। तब बोफोर्स डील में 65 करोड़ का घोटाला हुआ तो 400 सीटों वाली सरकार तक पलट गई। मगर, आज हजारों करोड़ के घोटाले हो रहे हैं।

हमारी सरकार में भी

ऐसा नहीं है कि समाजवादी पार्टी की सरकार में कुछ नेताओं ने करप्शन नहीं किया। हमारे यहां भी करप्शन है। मगर, हमारे नेता और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जी इसका सफाया कर रहे हैं। जल्द ही करप्शन हमारी पार्टी से कोसों दूर होगा। प्रदेश में करप्शन काफी कम हुआ है।

देखते हैं कितना एफेक्टिव होगा?

जहां तक जनलोकपाल का मुद्दा है तो यह सदन में आ ही चुका है। अगर किसी वजह से रूका तो बड़ी पार्टियां ही जिम्मेदार हैं। अब तो इसे सिर्फ अप्रूवल मिलना बाकी है। देखना यह है कि बिल आने के बाद यह कितना एफेक्टिव होता है।

---

डॉ। महमूद रहमानी, आम आदमी पार्टी

सबसे बड़ा मुद्दा

इस वक्त करप्शन देश में सबसे ज्वलनशील मुद्दा है। जन लोकपाल बिल कांग्रेस-बीजेपी की वजह से पास नहीं हो सका। आज भी हमारा लक्ष्य वही है और जिद भी वही। सरकार बनी तो सबसे पहले यह बिल पास करवाएंगे।

हजारों करोड़ का खर्चा

पेट्रोल-डीजल की कीमतों में इजाफा और चुनाव प्रचार में 10 हजार करोड़ से भी ज्यादा की रकम खर्च होना महंगाई की मुख्य वजह है। हर चुनाव के बाद इसका पूरा बोझ पब्लिक को झेलना पड़ता है। इन्हें रोककर महंगाई काबू की जा सकती है।

सरकार बदलने पर ट्रांसफर

देश में महिलाओं की सुरक्षा सबसे अहम है। घर की बहू-बेटियों से ही घर की इज्जत जुड़ी होती है। सरकार बदलते ही क्षेत्र को समझने वाले अफसरों का तबादला कर दिया जाता है, जिसका असर महिला सुरक्षा पर भी पड़ता है। हमारी सरकार इस पर रोक लगाकर महिलाओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करेगी।

----

सलीम अहमद, बहुजन समाज पार्टी

नारी समझती है दुख-दर्द

नारी का दुखदर्द एक नारी अच्छी तरह समझ सकती है। हमारी पार्टी की मुखिया खुद एक नारी हैं। इसलिए विश्वास दिलाता हूं कि हमारी सरकार बनी तो महिलाओं की सुरक्षा सर्वोपरि थी, है और हमेशा रहेगी।

पहले, अपना घर सुधार लें

कानपुर का विकास भी प्राथमिकता पर है। हम जापान, अमेरिका की बात क्यों करें? हमारा मकसद है पहले घर सही कर लें। हमारा घर या शहर साफ-सुथरा रहेगा। तभी हम फर्दर डेवलपमेंट्स के बारे में सोच सकने में सक्षम होंगे।

यहां 'डराना' जरूरी है

जहां तक करप्शन और अपराध की बात है तो मुझे लगता है कि बिना डर के यह कम नहीं होने वाला। दुबई में चोरी या बलात्कार इसलिए नहीं होते, क्योंकि वहां लोग जानते हैं कि उनके हाथ काट दिये जाएंगे या सरेआम फांसी दे दी जाएगी।

--

डॉ। निखिल गुप्ता, नवभारत डेमोक्रेटिक पार्टी

भ्रष्टाचार की भेंट

इस मुद्दे पर जैसा सब महसूस करते हैं, वैसा मैं भी महसूस करता हूं। कानपुर 82 हजार करोड़ का टैक्स सरकार को देता है। मगर, हमारा ज्यादातर पैसा भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाता है। आजादी के बाद यह कम होने के बजाय बढ़ता ही जा रहा है।

खेती से महंगाई कम

महंगाई का एक सूचकांक होता है। किसानों की ज्यादातर जमीन अमीरों ने खरीद ली है, जो आज भी खाली पड़ी है। अगर आज इन जमीनों पर खेती होने लगे तो करप्शन खत्म हो जाएगा।

6 हजार का टैक्स

आज हर घर से औसतन 6 हजार रूपए का टैक्स सरकारी खजाने में जमा हो रहा है। मगर, पब्लिक को पता ही नहीं है कि उसका पैसा जा कहां रहा है। उल्टा महंगाई है कि बढ़ती ही जा रही है।

-----------

डॉ। मनोज मिश्रा, कानपुर लोकसभा से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी डॉ। मुरली मनोहर जोशी के प्रतिनिधि

ई-गवर्नेस करेंगे लागू

भ्रष्टाचार रोकने के लिए हम ई-गवर्नेस सिस्टम को लागू करने के लिए संकल्पबद्ध हैं। यह ऐसी व्यवस्था है, जो करप्शन को रोकने में अहम भूमिका निभाएगी। आप रेलवे रिजर्वेशन को ही ले लीजिए।

चेन की निगरानी

प्रोडक्शन-सप्लाई-डिस्ट्रिब्यूशन की एक चेन होती है। महंगाई इसी से कंट्रोल होती है। शरद पवार महंगाई कम नहीं कर सके, क्योंकि वो इस चेन को मेंटेन नहीं कर सके। वरना आप देखिए 1977 में जनता पार्टी की सरकार में महंगाई कैसे हवा हो गई थी।

सोशल मीडिया से अवेयरनेस

आई नेक्स्ट ने अपने सर्वे में जितने भी इश्यू उठाए। उनमें पब्लिक की सहभागिता की बड़ी वजह सोशल मीडिया भी है। आज जनता को हर एक इश्यू पर अपनी राय देने के लिए ईजी प्लेटफॉर्म अवेलेबल है।

-------------------------------------

अकबरपुर लोकसभा

राजाराम पाल, कांग्रेस प्रत्याशी

बढ़ी है परचेजिंग पॉवर

जहां तक महंगाई का सवाल है तो बताता चलूं कि अगर इसमें इजाफा हुआ है तो लोगों की परचेजिंग पॉवर भी बढ़ी है। आपको बताऊं जब मैं कानपुर आया था तो लोग पैदल या साइकिल से चलते थे। मगर, आज देखिए ज्यादातर के पास बाइक और कारें हैं। महंगाई को कम करने की जितनी कोशिश हमने की, किसी और ने नहीं की।

सोच-नजरिये का सवाल

जहां तक नारी सुरक्षा का सवाल है तो यह सोच और नजरिये का सवाल है। सम्मान करने से ही उत्पीड़न घटेगा। हमारी सोच राष्ट्र, महिलाओं के प्रति बदलेगी तो उत्पीड़न में कमी आएगी। राष्ट्रीयता नहीं बढ़ेगी तब तक भ्रष्टाचार कम नहीं होगा।

आरटीआई हमारी देन

आज किसी सरकारी ऑफिस में अधिकारी-बाबू या नेता क्या कर रहे हैं, यह जानने का माध्यम कांग्रेस ने ही आरटीआई के जरिए उपलब्ध कराया है। पब्लिक अब जान सकती है कि राहुल गांधी ने पीएम मनमोहन सिंह को लेटर में क्या लिखा है?

----------------------------------------

अनिल शुक्ला वारसी, बहुजन समाज पार्टी

इकॉनामिक पॉलिसी जिम्मेदार

बढ़ती महंगाई के लिए देश की इकॉनमिक पॉलिसी जिम्मेदार है। कांग्रेस जिम्मेदार है। महंगाई हटाओ नारा बेकार है। डिस्ट्रिब्यूशन ऑफ मनी पॉलिसी सही नहीं है। जमीनी स्तर पर रिव्यू की जरूरत है।

प्रत्याशी का चरित्र देखें

वहीं भ्रष्टाचार तभी खत्म होगा जब जनता चाह ले। पब्लिक को आगे आना पड़ेगा। इसलिए वोट देने से पहले प्रत्याशी का चरित्र भी जरुर देखें। इसके अलावा आज महिलाएं, पुरुषों के बराबर आ खड़ी हुई हैं। महिलाओं को आगे बढ़ाएं, उन्हें सपोर्ट करें।

रुकना चाहिए ब्रेन-ड्रेन

देश में बेहतर एजुकेशन की कमी नहीं है। ढेरों विकल्प मौजूद हैं। फिर भी स्टडी कम्प्लीट करने के बाद ब्रेन-ड्रेन होने लगता है। देश की सरकार लाखों-करोड़ों खर्च करती है युवाओं पर, लेकिन वो सब पढ़ने के बाद देश छोड़कर बाहर चले जाते हैं। इसे रोका जाना चाहिए।

------------------------